
नए साल पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई एवं शुभकामनाएं देने के लिए दिन भर लोगों का तांता लगा रहा। यह सिलसिला पूरी शाम तक चलता रहा। सीएम नीतीश कुमार को बधाई देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष, मंत्री, विधायक, विधान पार्षद, अन्य अति विशिष्ट लोग एवं आमजन दिन भर आते रहे।
नव वर्ष की बधाई स्वीकार करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई पुराने किस्से भी सुनाए। उन्होंने बताया कि जब 2006 में पटना (1 अणे मार्ग, सीएम हाउस) रहने आया, तब राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने साथ आवासीय परिसर से दो फीट मिट्टी तक ले गए थे। उन्होंने बताया कि घर की दीवारों पर जगह-जगह छोटी पुड़िया रखी थी।
सीएम ने बताया कि हमें तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि इन सब क्या मतलब था? वैसे लालू प्रसाद ने एक दिन हंसते हुए बताया कि वह सीएम हाउस में भूत छोड़कर आए हैं। जिसके बाद मैंने हंसते हुए कहा कि हम तो इन बातों को नहीं मानते हैं। टोना-टोटका, अंधविश्वास बेकार की बाते हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने जलवायु परिवर्तन पर अच्छी खासी चर्चा की। सीएम ने कहा कि बिल गेट्स यहां आए थे। उनको बिहार में शुरू किए गए जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम की जानकारी दी गई। गेट्स इससे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने दिल्ली जाकर इसकी सराहना की।
बातचीत के दौरान किसी ने एनआरसी की चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तो हम जल-जीवन-हरियाली यात्रा में व्यस्त हैं। 19 जनवरी को मानव श्रृंखला बनने के बाद हम तमाम मुद्दों पर विस्तार से बात करेंगे।