
कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम में धनखड़ ने कहा कि यह 20वीं सदी में नहीं, बल्कि रामायण के दिनों में हमारे पास पुष्पक विमान था। संजय ने महाभारत का पूरा युद्ध घृतराष्ट्र को सुनाया, लेकिन टीवी देखकर नहीं। महाभारत में अर्जुन के तीरों में परमाणु शक्ति थी।
महाकाव्य महाभारत में ऐसा प्रसंग है कि कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर दृष्टिबाधित नरेश धृतराष्ट्र को आंखों देखा हाल सुनाया था। इसके लिए संजय के पास दिव्यदृष्टि जैसी कोई शक्ति थी।