वाराणसी। बेरोजगार युवकों को इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी का पूर्व सिक्योरिट गार्ड बताकर 32 लाख ठगने वाले ठग को यूपी एसटीएफ और वाराणसी ग्रामीण पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों ही टीमों ने दिल्ली में सांयपुक्त छापेमारी में उसे और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। बता दें कि मिर्जामुराद थाने में मुकदमा दर्ज होने 5 महीने बाद दोनों जालसाज को आज दिल्ली में पकड़ा गया है। जालसाज की शिनाख्त रायबरेली जिले के नसीराबाद थाने के कनपुरियन का पुरवा निवासी राज कुमार सिंह उर्फ आरके सिंह के तौर पर हुई है। वहीं, उसका दोस्त नई दिल्ली के राजौरी गार्डेन का रहने वाला गौरव सेट्ठी है।
मुंबई में मिला था जालसाज राज कुमार
जानकारी के अनुसार मिर्जामुराद थानाक्षेत्र के अमिनी गांव निवासी सुनील कुमार पटेल सहित 6 लोगों के प्रार्थना पत्र पर बीती 3 अप्रैल को मिर्जामुराद थाने में धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया था। सुनील कुमार के अनुसार, वह और उनके साथी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते थे। इसी क्रम में मुंबई जाने पर राजकुमार सिंह से मुलाकात हुई। राजकुमार ने उन्हें बताया कि रेलवे सहित अन्य सरकारी विभागों में उसकी तगड़ी पकड़ है। उसने बताया कि अब तक वह कई युवक-युवतियों की नौकरी लगवा चुका है। राजकुमार ने अपने दोस्त गौरव सेट्ठी से बात करा कर आश्वस्त किया कि यदि 6-6 लाख रुपए प्रति कैंडिडेट मिले तो नौकरी मिलने में देर नहीं लगेगी। सुनील और उसके 5 दोस्त राजकुमार के झांसे में आ गए और पैसा देने को तैयार हो गए।
26 लाख किये ऑनलाइन ट्रांसफर
सुनील ने अपनी तहरीर में लिखा है कि बताया कि वह और उसके दोस्तों ने राज कुमार सिंह के खाते में 26 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे। इसके अलावा 6 लाख रुपए उसे कैश दिए थे। 5 जुलाई 2021 को राज कुमार ने सुनील और उसके दोस्तों को लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन बुलाया। राज कुमार ने सभी को मेडिकल टेस्ट का प्रवेश पत्र देकर चारबाग स्थित मंडल चिकित्सकीय उत्तर रेलवे भेजा। राज कुमार ने कहा कि आप सभी का लिखित परीक्षा का काम हो गया है। मेडिकल टेस्ट में सभी को खुद शामिल होना होगा। वहां जाने पर पता लगा कि ऐसा कोई मेडिकल टेस्ट ही नहीं हो रहा है। तब पता लगा कि सभी लोग ठगे गए हैं। इसके बाद राज कुमार की खोजबीन शुरू की गई तो बड़ी मुश्किल से मुंबई में वह अपने ठिकाने पर मिला। राज कुमार ने आश्वस्त किया कि वह जल्द ही नौकरी लगवाएगा या पैसा वापस लौटा देगा। इसके बाद भी नौकरी न मिलने पर राज कुमार से संपर्क किया गया तो वह जान से मारने की धमकी देने लगा।
MS DHONI के मैनेजर का था पीएसओ
पूछताछ में राज कुमार सिह ने बताया कि मैं वर्ष 1994 में भारतीय सेना में सोल्जर जीडी के पद पर नियुक्त हुआ था। भारतीय सेना में विभिन्न स्थानों पर कार्यरत रहा। जून 2011 में सेवानिवृत्त हो गया। उसके बाद सरकारी विभागों में नौकरी के लिए परीक्षाएं दिया। उसी दौरान दिल्ली के कारोबारी रंजीत सिन्हा का पीएसओ बन गया और 2 वर्ष तक उनके साथ रहा। वर्ष 2014 से 2019 तक महेन्द्र सिंह धोनी के मैनेजर अरुण पांडेय का पीएसओ रहा। लॉकडाउन में नौकरी छूट जाने के बाद दिल्ली के पहाड़गंज के एक होटल में गौरव सेट्ठी से मुलाकात हुई। गौरव ने रेलवे की नौकरी में अपनी सेटिंग होने की बात कही। कहा कि अगर आपका कोई परिचित बेरोजगार हो तो मैं रेलवे में भर्ती करा दूंगा। इस पर हमने अपने दोस्त और मुंबई में सीआईएसएफ में कार्यरत राजेश को रेलवे में नौकरी लगने की जानकारी दी। उन्होंने अपने गांव में बात करके एक लड़की और चार लड़कों को रेलवे में भर्ती कराने को कहा था। उसके बदले में हमारे खाते में 25 लाख रुपए डाले गए थे। उसमें से हमने गौरव के खाते में 12 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे। गौरव रेलवे में किसी की भर्ती नही करा पाया था।
अन्य साथियों की तलाश जारी
इस संबंध में मिर्जामुराद थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि दरोगा अतुल कुमार त्रिपाठी व हरिकेश कुमार यादव और एसटीएफ के दरोगा मनोज सिंह की संयुक्त टीम ने आरोपियों को दिल्ली से पकड़ा है। जालसाज के गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द ही गिरफ्तार किए जाएंगे।a