वाराणसी। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कमिश्नरी आडिटोरियम में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना विषयक जनपद स्तरीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने दीप प्रज्ज्वलित कर इसका शुभारंभ किया। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दिलाने में उद्यमियों व कृषकों के योगदान की सराहना की। साथ ही उनके उत्पादों की प्रोसेसिंग व मार्केटिंग की जिम्मेदारी ली।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 30652 करोड़ का पूंजी निवेश किया गया है। इसमें 303 करोड़ वाराणसी में हुआ। इससे 3800 लोगो को प्रत्यक्ष/परोक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हुआ। भारत को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए 20 हजार करोड़ का लक्ष्य खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए निर्धारित किया गया है। उन्होंने कृषकों से जैविक विधि से मोटे अनाजों के उत्पादन करने का आहवान किया। उन्हें यह आश्वस्त किया कि उनके उत्पाद की प्रोसेसिंग व मार्केटिंग की जिम्मेदारी उनकी होगी। सरकार किसानों व उद्यमियों के हित में काम कर रही है।

गोष्ठी के तकनीकी सत्र में सहर्ष तिवारी, स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर व अंकित गुप्ता, सोशल सेक्टर विशेषज्ञ ने आत्मनिर्भर अभियान में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना की भूमिका उसके उद्देश्य, विशेषता पर प्रकाश डाला। श्री गुप्ता ने योजना का लाभ लेने, आवेदन करने की प्रकिया, आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज एवं समूह तथा इकाईयों के लिए वित्तीय सहायता दिए जाने की जानकारी दी। संयुक्त निदेशक (खा0प्र0) भानु प्रकाश राम ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन उद्योग योजना के प्रमुख महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। निदेशक (आर फ्रैक), डा0 एस0के0 चैहान द्वारा उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2022 के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसको लेकर संभावनाओं पर चर्चा की।

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के इन्स्टीच्यूट आफ मैनेजमेंट स्टडीज के प्रोफेसर पीबी राजीव ने खाद्य प्रसंस्करण के लिए फूड टेक्नोलाजी में विकसित तकनीकों के सम्बन्ध में जानकारी दी। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के उप निदेशक आईएन सहाय ने बोर्ड से संचालित योजनाओं व उपलब्ध सुविधाओं के बाबत बताया। अंत में पद्मश्री रजनीकांत ने जीआई के महत्व व व्यापार में उसके लाभ के बाबत विस्तार से जानकारी दी। गोष्ठी में विनीत वर्मा विशेष कार्याधिकारी उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, उप निदेशक उद्यान जयकरण सिंह, जिला उद्यान अधिकारी सुभाष राय, ज्योति कुमार सिंह, पीएन दुबे, अमित कुमार सिंह, एके सिंह, उप निदेशक कृषि विजय कुमार, जिला विकास अधिकारी अभय श्रीवास्तव, एलडीएम बी गौतम आदि रहे।