पार्टी हाई कमान को जानकारी दिए बगैर किसी अन्य राज्य में जाकर चुनाव प्रचार करने वाले भाजपा नेताओं की मनमानी अब नहीं चलेगी। हाई कमान की अनुमति के बिना कोई भी नेता किसी अन्य राज्य में चुनाव प्रचार नहीं कर सकेगा। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हो सकती है।
लोकसभा व विधानसभा चुनाव के साथ ही कई स्थानीय चुनाव में भी दिल्ली के भाजपा नेता दूसरे राज्यों में जाकर चुनावी गतिविधियों में शामिल होते हैं। पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के साथ ही चुनावी रणनीति बनाने में भी वे अहम भूमिका निभाते हैं। इसके लिए पार्टी हाई कमान की ओर से इनकी विधिवत ड्यूटी लगाई जाती है।
इसके साथ ही कुछ नेता पार्टी हाई कमान को बगैर बताए चुनावी भ्रमण के लिए निकल पड़ते हैं। इसमें से अधिकांश इस बहाने बड़े नेताओं की नजर में आकर अपना सियासी कद बढ़ाना चाहते हैं। कई बार तो कद्दावर नेताओं के क्षेत्र में इस तरह के नेताओं व कार्यकर्ताओं की भीड़ लग जाती है। ऐसे लोगों को सख्त चेतावनी दी गई है।
दिल्ली भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि पार्टी हाई कमान ने इसे लेकर सख्त हिदायत दी है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में वही नेता शामिल हो सकेंगे जिन्हें पार्टी की ओर से जिम्मेदारी दी गई है। इसका उल्लंघन करना किसी भी नेता या कार्यकर्ता के लिए भारी पड़ सकता है।
वहीं, पार्टी हाई कमान के इस निर्देश से कई नेता व कार्यकर्ता मायूस दिख रहे हैं। इसलिए वह किसी तरह से चुनावी ड्यूटी लगवाने की जुगत में भिड़ गए हैं। प्रदेश भाजपा के नेताओं का कहना है कि पार्टी हाई कमान के इस कदम से कार्यकर्ताओं का सदुपयोग हो सकेगा। जरूरत के अनुसार उन्हें कोई और काम सौंपा जा सकता है। वहीं, दिल्ली में भी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर प्रस्तावित कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने में किसी तरह की बाधा नहीं आएगी।