मतदाता सूची में रजिस्टर्ड नहीं हैं 91% शहरी प्रवासी, रिसर्च में सामने आई जानकारी

खास बातें
एसबीआई के अध्ययन में भी कुछ ऐसी ही बात सामने आई है कि नौकरी, शिक्षा आदि के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में पलायन करने वाले मतदाताओं की संख्या भी मतदान प्रतिशत को प्रभावित कर सकती है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि यूपी, बिहार, ओडिशा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में मतदान दर में गिरावट मतदाताओं के राज्य छोड़ने से आई है।
क्यों नहीं ले रहे रुचि
दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, हैदराबाद, पुणे और बेंगलूरू जैसे बड़े शहरों में हुए सर्वे के आधार पर नेस्टअवे के सह संस्थापक और सीईओ अमरेंद्र साहू के अनुसार, अगर आप अन्य राज्य में हैं और वहां की स्थानीय भाषा नहीं आती तो, मतदाता सूची में नाम जुड़वाना थकाने वाला काम है। हालांकि प्रशासन भी नए मतदाताओं का नाम जोड़ने में ज्यादा मदद कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए भारत को अमेरिका से सीखना चाहिए। अमेरिका में, यदि कोई विदेश में रहता है, तो वह आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से वोट डाल सकता है।