भारतीय पत्रकारों को दिया ये प्रस्ताव,एयर स्ट्राइक के दो महीने बाद पाकिस्तान का नया पैंतरा

भारत सरकार का कहना है कि उसने 26 फरवरी को खैबर पख्तूख्वां प्रांत के बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों को निशाना बनाया था। यह कार्रवाई पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद की गई थी। 14 फरवरी को पुलवामा में जैश के आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
भारत की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने 27 फरवरी को नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए अपना लड़ाकू विमान भेजा था। जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया और उसके विमान को मार गिराया। हालांकि इस कार्रवाई में हमारे एक विंग कमांडर को पाकिस्तान ने बंदी बना लिया था। जिसे लगभग 60 घंटों के अदंर उसे लौटाने पर मजबूर होना पड़ा था।
गफूर का कहना है कि भारत लगातार झूठ बोल रहा है और पाकिस्तान उसका जवाब नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा, 'पिछले दो महीनों से भारत ने बहुत सारे झूठ बोले हैं। एक जिम्मेदार देश होने के नाते हमने उनके झूठ का जवाब नहीं दिया।' गफूर का कहना है कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है और प्रधानमंत्री इमरान खान ने साक्ष्य के साथ-साथ बातचीत के आधार पर जांच का आह्वान किया था।
27 फरवरी को भारत का केवल एक विमान नीचे गिरा था। इसके बावजूद पाकिस्तान ने एक बार फिर से अपने झूठ को दोहराते हुए दावा किया है कि उसने भारत के दो विमानों को मार गिराया था। उन्होंने भारत के इस दावे का खंडन कर दिया है कि उसके एफ-16 विमान को भारत ने मार गिराया था।