दलों को साधने में जुटी कांग्रेस, जगनमोहन रेड्डी और केसीआर पर निगाहें

कांग्रेस चाहती है भाजपा से इनकी दूरी
सियासी दलों की जोड़-बाकी से कांग्रेस अच्छी तरह वाकिफ है। पिछले दिनों कांग्रेस के कोर ग्रुप की बैठक में भी किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलने का मुद्दा भी उठा था। कांग्रेस जानती है कि अगर केसीआर और जगनमोहन रेड्डी एनडीए को समर्थन न दें तो भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी। वहीं, अगर यूपीए सरकार बनाने के करीब पहुंची तो उन्हें इन दोनों की भी जरूरत पड़ेगी। बताया जा रहा है कि इसी बात को लेकर दो दिन पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी।
21 मई की बैठक रहेगी अहम
नतीजे आने से दो दिन पहले 21 मई को दिल्ली में यूपीए और समर्थन देने वाले दलों की बैठक है। कांग्रेस पूरी तरह से इस कोशिश में जुटी है कि जगनमोहन रेड्डी को इसमें शामिल किया जाए। अगर ऐसा होता है तो केसीआर की ओर से लगातार की जा रही तीसरे मोर्चे की मांग को भी झटका लगेगा।