लोकसभा चुनाव 2019 (फाइल फोटो): Bharat Rajneeti
सातवें और अंतिम चरण के चुनाव में रविवार को गोरखपुर और बांसगांव में बंपर वोटिंग हुई। जिला निर्वाचन आयोग ने शाम छह बजे तक वोटिंग का जो आंकड़ा जारी किया है, उसके मुताबिक जिले का कुल मतदान 56.49 फीसदी है। शहर लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 57.51 फीसदी तो बांसगांव लोकसभा क्षेत्र के तीन विधानसभा क्षेत्र में 54.8 फीसदी वोट पड़े हैं। इस लोकसभा क्षेत्र से संबंधित देवरिया के बरहज और रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के आंकड़े चुनाव आयोग की तरफ से देररात जारी किए जा सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में रविवार को मतदाताओं ने उत्साह दिखाया है। लोकतंत्र का पर्व उत्सव की तरह मनाया और जमकर वोटिंग की। शहर के साथ ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में भी अच्छी वोटिंग हुई है। शहर लोकसभा क्षेत्र में पिछले आम चुनाव के मुकाबले इस बार 2.89 फीसदी ज्यादा वोट पड़े हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 1991 से 2014 के लोकसभा चुनाव के बीच 57.51 फीसदी वोटिंग नहीं हुई थी।
भीषण गर्मी में मतदाताओं ने उत्साह दिखाया और जमकर वोटिंग की। बांसगांव संसदीय क्षेत्र में पिछले आम चुनाव के मुकाबले इस बार 4.94 फीसदी ज्यादा वोटिंग हुई है। जिला निर्वाचन आयोग के मुताबिक शहर लोकसभा क्षेत्र में इस बार 57.51 फीसदी वोट पड़े हैं। 2014 में 54.65 फीसदी वोट पड़े थे। बांसगांव के मतदाताओं ने और ज्यादा उत्साह दिखाया है। इस क्षेत्र में 54.8 फीसदी वोट डाले गए हैं। 2014 में 49.86 फीसदी वोट पड़े थे।
50 बूथों पर दगा दे गए ईवीएम और वीवीपैट
पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तरह इस बार भी जिले के 50 से अधिक बूथों पर ईवीएम और वीवीपैट दगा दे गए। कहीं ईवीएम के कंट्रोल यूनिट ने काम करना बंद कर दिया तो कहीं बैलेट यूनिट ने। इससे न्यूनतम 20 मिनट से लेकर दो घंटे तक मतदान प्रभावित रहा। ज्यादातर ईवीएम शुरूआती दो घंटे में ही जवाब दे गईं। वहीं कुछ बूथों पर मॉकपोल होने के बाद ईवीएम खराब हो गए।
कंट्रोल रूम में आई शिकायतों के मुताबिक करीब 15-15 कंट्रोल और बैलेट यूनिट जबकि 22 वीवीपैट खराब हुए। बड़हलगंज के टाड़ा गांव के बूथ संख्या 345 पर ईवीएम खराब होने से 45 मिनट तक मतदान प्रभावित हुआ तो वहीं बूथ संख्या 351 प्राथमिक विद्यालय बढ़या टिकुर में ईवीएम खराब होने से सुबह 8.11 बजे तक मतदान ही नहीं शुरू हो सका।
इसी तरह सहजनवां के डोहरिया कला में मॉक पोल होने के बाद ईवीएम जवाब दे गया। कंट्रोल रूम और सेक्टर-जोनल मजिस्ट्रेट तक सूचना पहुंचने के घंटे भर बाद भी वहां ईवीएम नहीं बदली जा सकी। वहां सुबह 8.40 के बाद वोटिंग शुरू हो सकी। शहर क्षेत्र के इस्लामियां गर्ल्स इंटर कॉलेज के भाग संख्या 257 के कमरा नंबर चार में 7.35 पर ईवीएम बदला जा सका।
कैंपियरगंज के दो बूथों पर पांच घंटे तक वोटिंग का बहिष्कार
क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने से नाराज दो बूथों के मतदाता अपनी आवाज इंतजामिया तक पहुंचाने के लिए पांच घंटे तक घरों से ही नहीं निकले। खामोशी से विरोध की यह आवाज घंटे भर के भीतर ही जिला प्रशासन से लेकर निर्वाचन आयोग तक पहुंच गई। इसके बाद ऐसी खलबली मची की अफसर मतदाताओं को मनाने दौड़ पड़े। काफी मशक्कत के बाद करीब पांच घंटे बाद मतदाता वोट देने के लिए तैयार हुए।
मामला कैंपियरगंज विधानसभा क्षेत्र का है। नयनसर गांव के बूथ संख्या 314 पर मॉक पोल होने के बाद कोई वोट देने ही नहीं पहुंचा। वहां गांव के पास रेलवे क्रासिंग का फाटक बंद होने से लोग नाराज थे। उनका कहना था कि क्रासिंग बंद होने से उन्हें मुख्य मार्ग तक पहुंचने में लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। सीडीओ, एसडीएम समेत कई आला अफसरों की चिरौरी के बाद वहां 12 बजे के करीब मतदान शुरू हो सका। इसी तरह रास्ते को ही लेकर कैं पियरगंज के ही चकदहां में भी रास्ता नहीं होने से नाराज मतदाताओं ने करीब तीन घंटे तक मतदान का बहिष्कार किया।