मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण सामूहिक दुष्कर्म करने वालों को गिरफ्तार नहीं कर रही नीतीश सरकार : विहिप
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
बिहार के बेगूसराय में एक दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला गहराता दिख रहा है। आज विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। विहिप के मुताबिक, एससी-एसटी एक्ट में बिना किसी जांच के सीधे गिरफ्तारी करने का प्रावधान है, लेकिन बिहार सरकार में दलित परिवार के साथ इतना बड़ा अपराध हो जाने के बाद भी अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
विश्व हिंदू परिषद के शीर्ष पदाधिकारी डॉ. सुरेंद्र जैन ने बुधवार को इस मामले पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गत 10 जून की रात बेगूसराय के नूरपुर गांव में बंदूक की नोक पर एक दलित परिवार की महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। परिवार की एक बेटी के साथ भी दुष्कर्म की कोशिश की गई। इस मामले के आरोपी लड्डू आलम पुत्र फिरोज आलम के खिलाफ नामजद शिकायत होने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है उलटे इस मामले को उठाने वाले पत्रकारों को भी पुलिस के द्वारा धमकाया जा रहा है।
डॉ. सुरेंद्र जैन के मुताबिक इस मामले में आरोपी लड्डू आलम दलित परिवार को अपनी जमीन बेचकर कहीं और चले जाने की धमकी दे रहा है, लेकिन इस खुली धमकी के बावजूद उसकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। जैन ने कहा कि इससे लगता है कि नीतीश कुमार मुस्लिम तुष्टीकरण में दलितों के साथ अत्याचार होने दे रहे हैं। विहिप नेता ने कहा कि मुस्लिम तुष्टीकरण करने वालों के दिन हिंदुस्तान की राजनीति से लद चुके हैं, लेकिन नीतीश कुमार जैसे नेता अभी भी यह समझ नहीं पा रहे हैं।
'सभी राज्यों के दलित मुद्दे एक जैसे क्यों नहीं?'
विहिप नेता जैन ने कहा कि हैदराबाद में एक दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या का मामला इतना बड़ा बना दिया गया, जबकि वहीं दलित महिला के साथ इतने बड़े मामले होने के बाद भी इस पर कोई विरोध नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि तथाकथित सेकुलरों की सेलेक्टिव राजनीति ने देश और समाज का बहुत बड़ा नुकसान किया है और अब उन्हें इस तरह की राजनीति से बाहर आ जाना चाहिए।