मेनका, राधामोहन या वीरेंद्र कुमार, लोकसभा अध्यक्ष पद की रेस में कौन मारेगा बाजी?
सूत्रों ने बताया कि संगठन में गहरी जड़ें और मिलनसार और सौम्य नेता की छवि के कारण छह साल के सांसद राधामोहन सिंह भी प्रबल दावेदार के रूप में उभरे हैं। छह बार के सांसद, वीरेंद्र कुमार की दलित पहचान उनके पक्ष में काम कर सकती है।
भाजपा नेताओं का एक वर्ग यह विचार भी कर रहा है कि नेतृत्व दक्षिण भारत के किसी व्यक्ति को दे दिया जाए। सूत्रों ने बताया कि डिप्टी स्पीकर का पद इस बार बीजू जनता दल (बीजद) के पास जा सकता है और कटक सांसद भर्तृहरि महताब को इस पद के लिए रेस में आगे माना जा रहा है। महताब को 2017 के लिए सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार दिया गया था।
सोलहवीं लोकसभा में, डिप्टी स्पीकर का पद अन्नाद्रमुक के एम थम्बी दुरै के पास था। नई लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से शुरू होने वाला है। स्पीकर के पद पर चुनाव 19 जून को होगा। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के उम्मीदवार को इस पद के लिए चुना जाना तय है क्योंकि 542 सदस्यीय सदन में लगभग दो तिहाई बहुमत है।
भाजपा नेताओं के एक वर्ग का मानना है कि पार्टी नेतृत्च दक्षिण भारत से किसी नेता का चयन कर सबको हैरत में डाल सकता है। सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा उपाध्यक्ष का पद बीजू जनता दल (बीजद) को इस बार दिया जा सकता है तथा कटक से सांसद भृर्तुहरि महताब का नाम इस पद के लिए विचार किया जा रहा है।
महताब को 2017 में सर्वोत्तम सांसद के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सोलहवीं लोकसभा में उपाध्यक्ष पद पर अन्नाद्रमुक के एम थम्बी दुरै को आसीन किया गया था। सत्रहवीं लोकसभा की पहली बैठक 17 जून को होगी। अध्यक्ष पद के लिए 19 जून को चुनाव होगा।