World Environment Day 2019: सैनिकों को माइनस डिग्री तापमान में भी बंकर के अंदर नहीं लगेगी ठंड

सचिन के पर्यावरण प्रेम में उनकी पत्नी रिया देशमुख भी सहयोग दे रही हैं। वेस्ट प्लास्टिक से प्रोडक्ट बनाने को लेकर रिया ने देशमुख रिसर्च इंडस्ट्री भी शुरू की है। अभी तक सचिन ने वेस्ट प्लास्टिक से रोड डिवाइडर, स्पीड ब्रेकर, कृत्रिम छोटे नाले, आर्यलैंड तक बनाए है।
150 माइक्रोन से कम साइज के वेस्ट प्लास्टिक का निपटान
इस मशीन का खासियत है कि 150 माइक्रोन से कम साइज के वेस्ट प्लास्टिक का भी निपटान कर सकती है। इस मशीन से ऊष्णता से प्लास्टिक की अवस्था बदल रहे हैं, न की जला रहे हैं। इसलिए प्रदूषण की मात्रा बेहद कम है। मैनुअल मशीन और सेमी-ऑटोमेशन मशीन सूखे प्लास्टिक और ऑटोमेशन मशीन सूखे और भीगे प्लास्टिक पर काम करती है।इन मशीन के माध्यम से किसी भी आकार का उत्पादन किया जा सकता है। मशीन कचरे से प्लास्टिक को अलग कर देती है। जबकि अन्य कचरा खाद के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। स्वच्छता मुहिम की तकनीक छह इंटरनेशनल और चार भारतीय रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हो चुकी है। आईआईटी ने इस तकनीक का पेटेंट भी करवा लिया है।