
सूत्रों का कहना है कि उनके पार्थिव शरीर को कोलकाता के बिड़ला पार्क स्थित उनके घर लेकर जाया जाएगा और गुरुवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके पौत्र कुमारमंगलम बिड़ला उनके खराब स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें मुंबई लेकर गए थे। 1921 में जन्में बीके बिड़ला घनश्याम दास बिड़ला के सबसे छोटे बेटे थे।
वह 15 साल की उम्र में ही कई कंपनियों से सक्रिय तौर पर जुड़ गए थे और केसोराम इंडस्ट्रीज के चेयरमैन भी बन गए थे। बीके बिड़ला ग्रुप में सेंचुरी टेक्सटाइल, सेंचुरी एंका, केसोराम इंडस्ट्रीज और जयश्री टी एंड इंडस्ट्रीज शामिल हैं। वह कृर्ष्णापण चेरिटी ट्रस्ट के भी चेयरमैन थे। यह संस्था राजस्थान के पिलानी में बीके बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का संचालन करता है। साथ ही वह देशभर में 25 शैक्षणिक संस्थाओं के संरक्षक थे।