दो वर्ष बाद बुंदेलखंड के हर गांव को मिलेगा शुद्ध जल - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। - फोटो : bharat rajneeti
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दो वर्ष बाद बुंदेलखंड के हर गांव को पाइप पेयजल योजना के जरिए शुद्ध पेयजल मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘हर घर नल से जल’ योजना का सबसे ज्यादा लाभ उत्तर प्रदेश को मिलेगा।
बुंदेलखंड के साथ विंध्य क्षेत्र, जेई-एएसई, आर्सेनिक और फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में पाइप पेयजल योजना की विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा रही है। मुख्यमंत्री योगी ने दावा किया कि वृक्षारोपण अभियान में 15 अगस्त को एक दिन में 22 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जल संरक्षण एवं संचयन के लिए एक निश्चित आकार से बड़े भूखंड पर आवास बनाने पर रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य होगा, नए बन रहे सरकारी भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग लगाए जाएंगे।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ बुधवार को लोकभवन में प्रदेश में जल संचयन एवं संरक्षण, पाइप पेयजल और नमामि गंगे परियोजना पर करीब तीन घंटे चली बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेसवार्ता की। मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि बहुत से लोग केवल नारा देते हैं। हर घर नल की दृष्टि से प्रदेश आज भी बहुत पीछे है। प्रदेश में हर घर नल का औसत मात्र 5 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय औसत 18 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री ने कहा दो वर्ष बाद बुंदेलखंड के हर गांव को पाइप पेयजल योजना से शुद्ध जल की आपूर्ति की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 हजार करोड़ की इस परियोजना का शिलान्यास किया था, अगस्त से इसका काम शुरू होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि विध्यांचल क्षेत्र के मिर्जापुर और सोनभद्र में भी पाइप पेयजल योजना के लिए 6700 की डीपीआर बन चुकी है। ‘हर घर नल से जल’ परियोजना लाभ प्रदेश की 23 करोड़ जनता को मिलेगा।
रेन वाटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य होगा
मुख्यमंत्री ने बताया कि जल संरक्षण एवं जल संचयन अभियान में प्रदेश नदियों, तालाबों के साथ मृतप्राय कुओं को पुनर्जीवित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग को प्रभावी रूप से लागू करने के साथ वेस्ट वाटर को भी रिसाइकिल कर उपयोगी बनाया जाएगा।
22 करोड़ पौथे लगाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रदेश में 15 अगस्त को एक दिन में 22 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। खासतौर पर वन महोत्सव में गंगा, यमुना, सरयु सहित पवित्र नदियों के तटवर्तीय क्षेत्रों में वृक्षारोपण किया जाएगा। वन, उद्यान और निजी नर्सरी में 35 करोड़ पौधे तैयार किए हैं।
समय पर पूरी होगी नमामि गंगे परियोजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि नमामि गंगे परियोजना के तहत यूपी में कुल 85 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें से 50 प्रोजेक्ट सीवरेज के हैं। सीवरेज के 15 प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं। परियोजना को समयबद्ध पूरा करने के लिए टाइम लाइन तय की है। अक्टूबर में फिर परियोजना की समीक्षा की जाएगी।
स्वच्छ भारत मिशन से मिली सफलता
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2011-12 बेस लाइन सर्वे के अनुसार सभी शौचालय बनकर तैयार हो चुके हैं। सर्वे से बाहर 44 लाख शौचालय बनाए जा रहे हैं, इसमें से 22 लाख बन गए हैं, शेष जुलाई तक बन जाएंगे।