कर्नाटक का संकट: इन 10 बड़ी बातों से समझिए अब तक क्या-क्या हुआ

10 बड़ी बातें
1. सोमवार को निर्दलीय विधायक एच नागेश ने भी मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए राज्य सरकार से समर्थन वापस ले लिया। नागेश ने राज्यपाल वजुभाई वाला को चिट्ठी लिख कहा है कि अगर भाजपा सरकार बनती है तो वे उन्हें समर्थन देंगे। इसके बाद वह मुंबई रवाना हो गए जहां पहले से ही कांग्रेस-जेडीएस के कई विधायक मौजूद हैं। सभी एक लग्जरी होटल में ठहरे हुए हैं।3. दरअसल, यह सियासी संकट उस वक्त और गंभीर हो गया जब शनिवार को जेडीएस और कांग्रेस के 13 विधायकों ने इस्तीफे दे दिया और राज्य की एचडी कुमारस्वामी सरकार गंभीर संकट में फंस गई।
4. राज्य के सियासी संकट को काबू करने और सरकार बचाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस सक्रिय हैं। मंत्रिमंडल में फेरबदल करने और असंतुष्ट विधायकों को उसमें जगह देने के लिए सोमवार को कांग्रेस ने अपने मंत्रियों से स्वेच्छा से इस्तीफा ले लिया।
5. कांग्रेस के बाद जेडीएस के भी सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। कर्नाटक मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि कांग्रेस की तरह जेडीएस के भी सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है और नए कैबिनेट का पुनर्गठन जल्द होगा।
6. उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर के निवास पर हुई कांग्रेस मंत्रियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया और कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी हिस्सा लिया। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेताओं से बातचीत की।
7. इसके अलावा कांग्रेस के एक और विधायक ने इस्तीफा देने की सोमवार को धमकी दी है। गठबंधन सरकार को बचाने की कोशिशों को तहत होटल ताज वेस्ट एंड में रविवार शाम को भी बैठक हुई थी। इसमें एचडी देवेगौड़ा, कुमारस्वामी और जी परमेश्वर के अलावा कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।
8. बैठक से पहले कुमारस्वामी के मंत्री जीटी देवेगौड़ा ने कहा था कि अगर समन्वय समिति सिद्धारमैया को सीएम बनाती है तो हमें आपत्ति नहीं है। माना जा रहा है कि गठबंधन सरकार बचाने के लिए कुमारस्वामी इस्तीफा दे सकते हैं और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं। कांग्रेस सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी ने बताया कि जेडीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को सुझाव दिया है कि राज्य की गठबंधन सरकार को बचाने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
9. हालांकि राज्य सरकार के मंत्रियों के इस्तीफे के बाद भी कुमारस्वामी सरकार पर छाए संकट के बादल छंटे नहीं हैं। अगर विधानसभा अध्यक्ष जेडीएस-कांग्रेस विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लेते है तो विधानसभा में आंकड़ों का गणित भाजपा के पक्ष में हो जाएगा।
10. कांग्रेस-जेडीएस के 13 विधायकों ने शनिवार को स्पीकर को इस्तीफा दे दिया था। स्पीकर ने कहा था कि इस्तीफों पर मंगलवार को फैसला लेंगे। अगर 13 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार होते हैं तो विधानसभा में कुल 211 सदस्य रह जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर ये संख्या 210 रह जाएगी। ऐसे में बहुमत के लिए 106 विधायकों की जरूरत होगी। ऐसे में कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जाएगी।