कुपोषण दूर करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर लागू कराएं डीएम : सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ - फोटो :bharat rajneeti
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुपोषण दूर करने के लिए प्रदेश में चलाए जाने वाले विशेष अभियान के लिए सभी जिलाधिकारियों को तत्काल कार्ययोजना तैयार करके उसे लागू कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी विभागों को इस अभियान में समन्वय बनाकर काम करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अंतर्विभागीय समन्वय और बेहतर तालमेल बनाकर काम किया जाए तो कुपोषण के खिलाफ जंग जीती जा सकती है। मुख्यमंत्री शुक्रवार को कालिदास मार्ग स्थित अपने आवास पर राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के मद्देनजर स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक और सभी जिलों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 1 से 30 सितंबर तक चलने वाले पोषण अभियान की मॉनिटरिंग करने के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती की जाए। इसे स्कूल चलो अभियान के साथ जोड़ने के साथ ही स्वच्छता और शुद्ध पेयजल आपूर्ति पर खास फोकस करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी विभाग शुद्ध पेयजल को लेकर अभियान चलाएं और आमजन को जागरूक करें। बाजार से जार में खरीदे पेयजल को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताते हुए लोगों को हैंडपंप का पानी उबालकर पीने के लिए जागरूक करने को भी अभियान में शामिल करते हुए इसे ग्राम पंचायत, मलिन बस्तियों तक ले जाने को कहा।
उन्होंने कहा कि सभी विभाग शुद्ध पेयजल को लेकर अभियान चलाएं और आमजन को जागरूक करें। बाजार से जार में खरीदे पेयजल को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताते हुए लोगों को हैंडपंप का पानी उबालकर पीने के लिए जागरूक करने को भी अभियान में शामिल करते हुए इसे ग्राम पंचायत, मलिन बस्तियों तक ले जाने को कहा।
प्रभारी मंत्रियों व अधिकारियों को फील्ड में जाकर मॉनिटरिंग करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने जिलों के प्रभारी मंत्रियों व नोडल अधिकारियों को भी अभियान की लगातार मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी स्टेक होल्डर विभागों के अधिकारियों व डीएम को आपसी समन्वय बनाते हुए लक्षित परिवारों को आयरन व विटामिन उपलब्ध कराने के साथ ही दवाओं और खानपान के संबंध में सही जानकारी देने के निर्देश दिए।
बैठक में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह, मुख्य सचिव डॉ. अनूपचंद्र पांडेय और विभागीय अधिकारियों के अलावा यूनीसेफ , वर्ल्ड बैंक, टाटा ट्रस्ट, पीरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि मौजूद थे।
आंदोलन करने पर समाप्त करें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानदेय बढ़ने के बाद भी अगर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंदोलन करती हैं तो डीएम तत्काल उनको सेवामुक्त करें। सभी डीएम अपने-अपने जिलों में सीडीपीओ को जवाबदेह बनाएं और उन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर नियंत्रण रखने को कहें।
बैठक में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह, मुख्य सचिव डॉ. अनूपचंद्र पांडेय और विभागीय अधिकारियों के अलावा यूनीसेफ , वर्ल्ड बैंक, टाटा ट्रस्ट, पीरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि मौजूद थे।
आंदोलन करने पर समाप्त करें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानदेय बढ़ने के बाद भी अगर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंदोलन करती हैं तो डीएम तत्काल उनको सेवामुक्त करें। सभी डीएम अपने-अपने जिलों में सीडीपीओ को जवाबदेह बनाएं और उन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर नियंत्रण रखने को कहें।
दो जिलों के डीएम के गैरहाजिर मिलने पर जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार सुबह 10 बजे ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग शुरू कर दी थी, लेकिन बस्ती व देवरिया के डीएम दफ्तर नहीं पहुंचे थे। इस पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री ने पूछताछ शुरू ही की थी कि बस्ती की डीएम माला श्रीवास्तव दफ्तर में दाखिल हुईं। मुख्यमंत्री ने पूछा तो उन्होंने बताया कि बाहर कुछ लोग रोककर उनसे बातचीत करने लगे थे, इसलिए थोड़ी देर हो गई। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जाइए, आराम से तैयार होकर 11 बजे तक आइएगा।
रोटी-नमक परोसने वाले पर एफआईआर के निर्देश
मुख्यमंत्री ने मिर्जापुर के एक प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को रोटी-नमक खिलाने के मामले में वहां के डीएम को आड़े हाथ लिया। डीएम ने बताया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई कर दी गई है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस व्यक्ति ने बच्चों को रोटी-नमक खिलाया था, उसके खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? उन्होंने डीएम को खाने की व्यवस्था करने वाले के खिलाफ भी एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं।
रोटी-नमक परोसने वाले पर एफआईआर के निर्देश
मुख्यमंत्री ने मिर्जापुर के एक प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को रोटी-नमक खिलाने के मामले में वहां के डीएम को आड़े हाथ लिया। डीएम ने बताया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई कर दी गई है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस व्यक्ति ने बच्चों को रोटी-नमक खिलाया था, उसके खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? उन्होंने डीएम को खाने की व्यवस्था करने वाले के खिलाफ भी एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं।