पीएम मोदी के कार्यालय में दो अनुभवी ‘पीके’, एक अर्थशास्त्र तो दूसरे आपदा प्रबंधन में माहिर

खास बातें
डॉ. मिश्रा को हाल ही में आपदा प्रबंधन के लिए अमेरिका ने प्रतिष्ठित अंतराष्ट्रीय पुरस्कार एसएएसएकेएडब्ल्यूए अवार्ड 2019 प्रदान किया है। 1970 में संबलपुर यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में स्नातक डॉ. मिश्रा ने डिस्टिंशन के साथ पास किया था। उस साल वह ओडिशा के सभी विश्वविद्यालयों में अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वाले इकलौते छात्र थे। इसके अलावा उन्होंने आपदा प्रबंधन सहित अन्य विषयों पर कई पुस्तकें लिखी हैं।
पीके सिन्हा करेंगे 50 खरब की अर्थव्यवस्था बनाने का सपना साकार
पूर्व कैबिनेट सचिव प्रदीप कुमार सिन्हा को बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधान सलाहकार नियुक्त किया गया। यूपी कैडर के 1977 बैच के आईएएस अधिकारी पीके सिन्हा दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से स्नातकोत्तर हैं। सिन्हा 42 साल तक प्रशासनिक सेवा में रहने के बाद करीब 20 वर्षों तक ऊर्जा और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में काम किया।
सिन्हा को अगले पांच वर्षों में आधारभूत संरचना में 100 लाख करोड़ रुपये के निवेश की निगरानी के लिए सक्षम माना जा रहा है। यह योजना देश को 50 खरब की अर्थव्यवस्था बनाने का हिस्सा है। गौरतलब है कि नृपेंद्र मिश्र के पदमुक्त होने के बाद सिन्हा को प्रधानमंत्री का प्रधान सलाहकार नियुक्त किया गया है।
वह अब तक प्रधानमंत्री कार्यालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी के पद पर काम कर रहे थे। उनका कार्यकाल 11 सितंबर, 2019 से प्रभावी होगा और अगले आदेश तक वह इस पद पर बने रहेंगे। सिन्हा का विभिन्न मंत्रालयों में काम करने का लंबा अनुभव है।