सरकारी बैठकों में प्लास्टिक व थर्मोकोल से बनी सामग्री पर रोक, स्टील व कांच के गिलास का होगा प्रयोग

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। - फोटो : bharat rajneeti
उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी बैठकों में प्लास्टिक व थर्मोकोल से बनी सामग्री के प्रयोग पर रोक लगा दी है। अब बैठकों के दौरान जलपान और खानपान से जुड़ी सामग्री भी नहीं परोसी जाएगी। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने इस संबंध में शासन के सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों व सचिवों के साथ ही सभी जिलाधिकारियों व मंडलायुक्तों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने बताया है कि प्लास्टिक अपशिष्ट का पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव तो पड़ ही रहा है, जन स्वास्थ्य व पशुओं के लिए भी यह अत्यंत घातक साबित हो रहा है। सरकार प्लास्टिक व थर्मोकोल के उत्पादन व प्रयोग पर रोक संबंधी शासनादेश पहले ही जारी कर चुकी है।
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने बताया है कि प्लास्टिक अपशिष्ट का पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव तो पड़ ही रहा है, जन स्वास्थ्य व पशुओं के लिए भी यह अत्यंत घातक साबित हो रहा है। सरकार प्लास्टिक व थर्मोकोल के उत्पादन व प्रयोग पर रोक संबंधी शासनादेश पहले ही जारी कर चुकी है।
बैठक से पहले या बाद में दिया जाएगा जलपान
उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया है कि शासन से लेकर मंडल व जिले में होने वाली समस्त बैठकों में प्लास्टिक, थर्मोकोल या इनसे संबंधित सामग्री से बने किसी प्लेट, गिलास, चम्मच आदि का प्रयोग न किया जाए।
अपरिहार्य स्थितियों को छोड़कर प्लास्टिक की बोतल, गिलास का प्रयोग भी नहीं किया जाएगा। इसके स्थान पर स्टील व कांच के गिलास में पीने के लिए पानी दिया जाएगा। इसके अलावा बैठकों में शामिल सदस्यों को जलपान व खानपान नहीं परोसा जाएगा। बैठक से पहले या बाद में इसकी व्यवस्था की जा सकती है।
अपरिहार्य स्थितियों को छोड़कर प्लास्टिक की बोतल, गिलास का प्रयोग भी नहीं किया जाएगा। इसके स्थान पर स्टील व कांच के गिलास में पीने के लिए पानी दिया जाएगा। इसके अलावा बैठकों में शामिल सदस्यों को जलपान व खानपान नहीं परोसा जाएगा। बैठक से पहले या बाद में इसकी व्यवस्था की जा सकती है।