आगरा में टीबी से ग्रसित 600 बच्चों को गोद लेंगे अफसर, राज्यपाल आनंदीबेन ने दिए निर्देश

बैठक में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व अधिकारीगण - फोटो : bharat rajneeti
आगरा में शुक्रवार को डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिले में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को योजनाओं का प्रमुखता के साथ प्रचार-प्रसार करने को कहा। राज्यपाल ने कहा कि कैंप लगाकर लोगों को योजनाओं की जानकारी दी जाए। ताकि जरूरतमंद बिना किसी बिचौलिए के अपना आवेदन कर सीधे पंजीकरण कर सकें। साथ ही राज्यपाल ने सभी अधिकारियों को टीबी ग्रसित बच्चों को गोद लेने के निर्देश दिए हैं। यह कवायद केंद्र सरकार के वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत के तहत की जा रही है। इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के सभागार में उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की। मंडलायुक्त अनिल कुमार ने स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। सभी कार्य समय सीमा में ही पूरे कर लेने का भरोसा दिलाया।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के सभागार में उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की। मंडलायुक्त अनिल कुमार ने स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। सभी कार्य समय सीमा में ही पूरे कर लेने का भरोसा दिलाया।
डीएम ने इन योजनाओं की जानकारी दी
डीएम एनजी रवि कुमार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, किसान सम्मान निधि, उज्जवला योजना, सौभाग्य योजना आदि की जानकारी दी। राज्यपाल ने अधिकारियों से विद्यालय के प्रधानाचार्यों व चिकित्सकों के साथ बैठक कर शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के संबंध में विचार-विमर्श को कहा।
राज्यपाल ने कहा कि छात्र-छात्राओं को उनकी रुचि के हिसाब से शिक्षा दी जाए। शिक्षा के संबंध में मैंने भोपाल व लखनऊ में प्रयोग किये हैं, जिसके अच्छे परिणाम रहे हैं। वहीं राज्यपाल के निर्देश पर जिले में 17 साल से कम उम्र के 1300 टीबी ग्रसित बच्चे और किशोर चिह्नित किए गए हैं। इसमें से 600 बच्चे अधिकारी गोद लेंगे। शेष को एनजीओ और अन्य सामाजिक संगठनों गोद लेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि छात्र-छात्राओं को उनकी रुचि के हिसाब से शिक्षा दी जाए। शिक्षा के संबंध में मैंने भोपाल व लखनऊ में प्रयोग किये हैं, जिसके अच्छे परिणाम रहे हैं। वहीं राज्यपाल के निर्देश पर जिले में 17 साल से कम उम्र के 1300 टीबी ग्रसित बच्चे और किशोर चिह्नित किए गए हैं। इसमें से 600 बच्चे अधिकारी गोद लेंगे। शेष को एनजीओ और अन्य सामाजिक संगठनों गोद लेंगे।