
रक्षा मंत्री ने कहा, 'भारत के 2019-20 में रक्षा बजट के लिए 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर के आसपास आवंटन किया गया है। लगभग 65 प्रतिशत भागों, घटकों, मौजूदा प्रणालियों की उप-प्रणालियों को डीलाइसेंस (लाइसेंस रहित) किया गया है। भारत अब उन्हें बना सकता है। लगभग तीन बिलियन अमेरिकी डॉलर के रक्षा उत्पादों का घरेलू निजी क्षेत्रों में उत्पादन हो रहा है।
राजनाथ ने कहा, 'रक्षा उत्पादन नीति 2018 के मसौदे में 2025 तक रक्षा निर्यात को पांच बिलियन अमेरिकी डॉलर करने का लक्ष्य रखा गया था। यह लक्ष्य महत्वकांक्षी है। आके लिए यह जानना उत्साहजनक है कि भारत का रक्षा निर्यात पिछले 2 सालों में लगभग छह गुना बढ़ गया है।'