
अमेरिका और ईरान में जारी तनातनी के बीच में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर शंका जताई है। ट्रंप ने कहा कि यह गलती से हुआ हो लेकिन उनके पास इसके सबूत नहीं है।
इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिकी सैनिकों पर मिसाइल हमलों के बाद ईरान पर लगाए पहले से लगाए गए कड़े आर्थिक प्रतिबंधों को उन्होंने मंजूरी दे दी है। इन्हें और बढ़ा दिया है। हालांकि उन्होंने इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी।
ताजा खबर के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि यूक्रेन के दुर्घटनाग्रस्त विमान के मामले में जांच के लिए ईरान ने बोइंग से जांच में शामिल होने का आग्रह किया है। हालांकि बोइंग की ओर से अभी जांच में शामिल होने को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। इसके साथ ईरान ने कनाडा से दुर्घटनाग्रस्त विमान के मामले से जुड़ी कोई भी सबूत-जानकारी साझा करने के लिए कहा है।
बता दें कि तेहरान ने कनाडाई खुफिया एजेंसियों से मदद मांगने की यह पेशकश कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की खुफिया एजेंसियों के साथ हुई उस बैठक के बाद की गई है, जिसमें कहा गया था कि ईरान ने ही यूक्रेन के विमान को मार गिराया है।
वहीं इससे पहले राजधानी तेहरान में बुधवार को दुघर्टनाग्रस्त हुए यूक्रेन के विमान को लेकर ईरान ने प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक विमान में पहले ही आग लग गई थी और जब वह एयरपोर्ट की तरफ वापस लौटने की कोशिश कर रहा था उसी दौरान वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान दुर्घटना में 176 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान उसने मदद के लिए कोई रेडियो संदेश नहीं भेजा। वहीं यूक्रेन ने कहा कि उन्हें शक है कि विमान मिसाइल हमले के चलते हादसे का शिकार हुआ। ईरान ने यूक्रेन के इस बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की। वहीं हादसे पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने विमान हादसे पर शोक व्यक्त किया है।
तकनीकी खराबी से हुआ हादसा
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस द्वारा संचालित बोइंग 737 बुधवार तड़के खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटना का शिकार हो गया। रिपोर्ट और फ्लाइट ट्रैकिंग डाटा के मुताबिक उड़ान के बाद विमान 8,000 फुट की ऊंचाई पर पहुंच गया था, तभी कुछ तकनीकी खराबी आई।ऐसी आपात स्थिति में पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को रेडियो संदेश भेजते हैं, लेकिन ऐसा कोई संदेश नहीं भेजा गया। ईरान के नागर विमानन संगठन ने हालांकि इस दुर्घटना के कारणों बारे में तत्काल कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। ईरानी अधिकारियों ने शुरुआत में दुर्घटना का कारण तकनीकी खराबी होना बताया था।
रिपोर्ट में इस बात की भी पुष्टि की गई कि दोनों ‘ब्लैक बॉक्स’ बरामद कर लिए गए हैं। वे क्षतिग्रस्त हैं और उनकी कुछ जानकारी नष्ट हो गई है। इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि जांचकर्ताओं ने क्रैश का कारण लेजर या इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रभाव होने को भी नकारा है।
जमीन पर गिरने से पहले बन चुका था आग का गोलावहीं उससे कुछ अधिक ऊंचाई पर उड़ने वाले दूसरे विमान के क्रू सदस्यों ने बताया कि विमान के क्रैश होने से पहले उन्होंने विमान को आग की लपटों घिरा हुआ देखा।
हर पहलू से होगी जांच : सुरक्षा परिषद यू्क्रेन
वहीं यू्क्रेन की सुरक्षा परिषद के सचिव ओलेकसी डेनीलोव ने कहा कि इस हादसे की मिसाइल हमले के साथ ही हर पहलू से जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि संभवत: टोर मिसाइल सिस्टम विमान से टकराई। इंटरनेट पर ऐसी जानकारी मिल रही है कि दुघर्टनाग्रस्त क्षेत्र में मिसाइल के घटक मिल रहे हैं।हालांकि उन्होंने इस संबंध में अधिक जानकारी साझा नहीं कि उन्होंने इंटरनेट में ऐसी जानकारी कहां मिली। ईराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर बुधवार को ईरान के बैलस्टिक मिसाइल हमलों के चंद घंटों बाद ही यूक्रेन का विमान हादसे का शिकार हो गया था
जांच को यूक्रेन को ईरान की हरी झंडी का इंतजार
डेनीलोव ने बताया कि यूक्रेन की जांच एजेंसी हादसे की जांच के लिए ईरान पहुंच गई है और वह ईरान के प्रशासन से जांच की अनुमति की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं ताकि वह हादसे वाले क्षेत्र में जाकर मिसाइल के घटकों की जांच कर सके ।
पहले माना तकनीकी खराबी को कारण, फिर पलटा यूक्रेन
यूक्रेन के अधिकारियों ने शुरुआत में ईरान की बात को माना था तीन साल पुराना विमान तकनीकी खराबी के कारण हादसे का शिकार हुआ है। लेकिन बाद में उसने कहा कि वह जांच के बाद ही हादसे के कारणों के बारे में कुछ कह पाएगा।यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि दुर्घटना और जांच को लेकर उनकी ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से बातचीत करने की योजना है। निश्चित रूप से यूक्रेन के लिए प्राथमिकता विमान दुर्घटना के कारण का पता लगाना है।