
हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से परिषदीय स्कूलों में इस वर्ष 70 लाख स्कूल यूनिफार्म की आपूर्ति की जाएगी। हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग और खादी ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारियों को हर हाल में 15 जून तक यूनिफार्म तैयार कराकर स्कूलों में पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
शैक्षिक सत्र 2021-22 से सभी 1.59 लाख स्कूलों में यह सप्लाई की जानी है। परिषदीय स्कूलों में यूनिफार्म उपलब्ध कराने की व्यवस्था के संबंध में सोमवार को विधान भवन में बुलाई गई बैठक में हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग और खादी ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं के जरिए स्कूल यूनिफार्म की आपूर्ति से बुनकरों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और बिचौलियों द्वारा लिए जाने वाले कमीशन पर भी अंकुश लगेगा।
उन्होंने अधिकारियों को 15 फरवरी को यूनिफार्म की आपूर्ति की तैयारी का प्रस्तुतिकरण करने और 15 जून तक यूनिफार्म तैयार कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अच्छी गुणवत्ता के लिए प्रतिदिन होने वाले उत्पादन पर नजर रखने, प्रदेश की अधिक से अधिक इकाइयों को इससे जोड़ने, आकर्षक पैकेजिंग करने और यूनिफार्म स्कूलों तक पहुंचाने के लिए बेहतर प्रबंधन पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि हर हाल में एक जुलाई से स्कूलों में यूनिफार्म वितरण शुरू हो जाना चाहिए। प्रदेश में केंद्रीकृत टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से यूनिफार्म आपूर्ति के लिए भारत सरकार के साथ बैठक की जाएगी। उन्होंने यूनिफार्म आपूर्ति के लिए अन्य राज्यों का भी अध्ययन करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में पर्याप्त संख्या में पावरलूम उपलब्ध हैं। यह व्यवस्था लागू होने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और खादी वस्त्रों के उत्पादन मेें भी भारी बढ़ोत्तरी होगी।
बैठक में मौजूद बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में एक करोड़ 80 लाख यूनीफार्म का वितरण होता है। प्रथम चरण में चार जिलों के सात ब्लाकों मे खादी बोर्ड के माध्यम से यूनिफार्म का वितरण कराया गया है।
प्राइमरी स्कूलों में स्वेटर का वितरण किया जा रहा है, जबकि यूनिफार्म का वितरण केंद्र सरकार के सहयोग से किया जाता है। बैठक में हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव रमारमण, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।