वाराणसी। जनपद में आये बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने आज बाढ़ से प्रभावित होने वाले गंगा एवं अन्य नदियों से प्रभावित ग्रामों मजरों हेतु स्थापित बाढ़ राहत शिविर पर राहत एवं बचाव कार्य का शर्मा के निर्देशानुसार जिला अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में विभिन्न बाढ़ नियंत्रण केंद्र बाढ़ शरणालय पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) रणविजय सिंह एवं अपर उपजिलाधिकारी डॉ ज्ञान प्रकाश के द्वारा भ्रमण किया गया। जिसमें खंडेश्वरी इंटर कॉलेज चांदपुर तहसील सदर की जांच की गई जहां पर अपर उपजिलाधिकारी सदर के साथ विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई ।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि विभिन्न प्रकार की औषधि बाढ़ शिविर में उपलब्ध है। सांप काटने के इलाज हेतु प्रयुक्त किए जाने वाला इंजेक्शन भी उपलब्ध है। आसपास के लोगों को भी बाढ़ एवं से उत्पन्न होने वाली परेशानियों एवं खतरों से अवगत करा दिया गया है। इस बात का भी निर्देश दिया गया कि राजस्व टीम तथा चिकित्सा टीम मौके पर उपलब्ध रहे। इसके पश्चात अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा उन स्थानों का निरीक्षण किया गया जहां पर राहत सामग्री के रूप में पाशुपालको को भूसा वितरित किया जा रहा है प्रमुख सेंटर में मुस्तफाबाद, चांदपुर, रामचंद्र देही रहे। यहां ग्रामीणों की समस्यों को भी सुना एवं उनको भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन तहसील के माध्यम से व्यवस्था सुनिश्चित करा रहा है।
वहीं प्राथमिक पाठशाला कोटवा तथा प्राथमिक पाठशाला एवं जूनियर हाई स्कूल गोबरहा का भी निरीक्षण किया गया जहां पर बताया गया कि उक्त स्थल पर बाढ़ से प्रभावित लोगों को रखा जाता है। इसके साथ-साथ प्राइमरी पाठशाला चंद्रावती प्राइमरी पाठशाला कैथी, जूनियर हाई स्कूल छितौनी, प्राथमिक पाठशाला जूनियर हाई स्कूल भरथरा कला, प्राथमिक पाठशाला राजबाड़ी /जूनियर हाई स्कूल राजबाड़ी, प्राथमिक पाठशाला हरिहरपुर/जूनियर हाई स्कूल व प्राथमिक पाठशाला धरहरा, प्राथमिक पाठशाला अजगरा, प्राथमिक पाठशाला बेला, जूनियर हाई स्कूल नियर डी जूनियर हाई स्कूल दानगंज पहाड़पुर का भी निरीक्षण किया गया। सोता पुल पर भी निरीक्षण गया। जहां नाविक नाव सहित उपस्थित मिले, उनको भरोसा दिलाया कि उनको कार्य का समुचित मूल्य अवश्य दिया जाएगा। उक्त स्थल पर राजस्व टीम को निर्देशित किया गया कि गत वर्ष में जो व्यक्ति अथवा परिवार बाढ़ से पीड़ित होने पर उक्त स्थानों पर लाए गए थे उनकी सूची बना ली जाए यदि कहीं नाव की आवश्यकता है तो उसका आंकलन कर उनसे संपर्क कर लिया जाए।
बाढ़ प्रभावित परिवार एवं लोगों की संख्या का आंकलन कर लिया जाए। जिससे कि निर्धारित मात्रा में फूड पैकेट मुख्यालय से प्राप्त कर वितरित करा लिया जा सके साथ ही पशु मवेशियों का भी आकलन कर ले जिससे कि उनके लिए भूसा एवं चारे की संचित व्यवस्था कराई जा सके तथा स्वास्थ्य विभाग एवं जल विभाग को क्लोरीन की दवा का भी उपयोग करने का निर्देश दिया गया। साथ ही अगर किसी परिवार में छोटा बच्चा दिव्यांग व्यक्ति अथवा बीमार व्यक्ति है तो उसकी भी सूची अलग से बना ली जाए जिससे कि उनके दूध दबा या अन्य व्यवस्था की समया अंतर्गत व्यवस्था की जा सके। उक्त भ्रमण में अपर उप जिलाधिकारी सदर डॉ ज्ञान प्रकाश एवं नायब तहसीलदार कटिहार शालिनी सिंह खंड विकास अधिकारी चिरईगांव तथा स्वास्थ्य टीम राजस्व टीम एवं अन्य विभाग के अधिकारी मुस्तैदी के साथ अपने वार्ड चौकी अथवा बाढ़ नियंत्रण केंद्र बाढ़ शरणालय पर मुस्तैद मिले।
ग्रामीण क्षेत्र में खंडेश्वरी इंटर कॉलेज चांदपुर, प्राथमिक पाठशाला कोटवा, प्राथमिक पाठशाला बरथरा कला, जुनियर हाई स्कूल छीतौनी, प्राथमिक पाठशाला गोबरहा, प्राथमिक पाठशाला चंद्रावती, प्राथमिक पाठशाला कैथी में अपर जिलाधिकारी के नेतृत्व में चिन्हित बाढ़ राहत शिविर एवं कुल क्रियाशील बाढ़ राहत शिविर की जांच की गई हैं। इसके साथ ही प्रशासन ने राहत शिविरो में बाढ़ प्रभावितों को लाने तथा वहां पर उनके रहन-सहन, खान-पान, चिकित्सा आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु कमर कस रखी है और युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों से प्रभावितों को राहत शिविर में लाने तथा वहां पर उनके रहन-सहन, खान-पान, चिकित्सा आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किया गया है। गंगा के जल स्तर में बढ़ाव अब भी जारी है। राहत शिविरों में पशु चिकित्साधिकारी तैनात किये गये हैं। बाढ़ राहत शिविरों में साफ बिस्तर, प्रकाश, शौचालय, मेडिकल, सुरक्षा आदि की व्यवस्था की गयी है। सभी शिविर में विभागों के राजस्व, स्वास्थ्य, विकास एवम पशु पालन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तैनात किया गया है। बाढ़ राहत शिविर पर डॉ ज्ञान प्रकाश अपर उप जिलाधिकारी/मजिस्ट्रेट को नोडल बनाया गया है।