- बाढ़ राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाएं अफसर : योगी आदित्यनाथ
- वाराणसी मंडल में बाढ़ का जायजा लेने के बाद सीएम ने अफसरों को दिए निर्देश
- बाढ़ पीड़ितों की सुविधा के साथ सुरक्षा का भी रखा जाए ध्यान
- मुख्यमंत्री ने राहत शिविरों में महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने के लिए कहा
- राहत शिविरों में रहन-सहन एवं खानपान का रखें समुचित ध्यान
- राहत शिविर में रह रहे बच्चों को ब्रेड, दूध, बिस्किट नियमित रूप से उपलब्ध कराई जाए
वाराणसी, 31 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ग्राउंड जीरो पर उतरकर वाराणसी मंडल में बाढ़ का जायजा लिया। गाजीपुर, चंदौली और बनारस में बाढ़ की आपदा को धरातल पर देखने के बाद सीएम ने वाराणसी के सर्किट हाउस अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राहत शिविर में रह रहे लोगों को किसी भी तरह से कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। साथ ही इनके रहन-सहन एवं खानपान की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक का हो समुचित प्रबंध
मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावितों को सुबह नाश्ता के साथ-साथ दोपहर एवं रात्रि में भोजन के अलावा आवश्यकता अनुसार सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिये। इसके अलावा बच्चों को नियमित रूप से ब्रेड, दूध, बिस्किट देने के लिये अफसरों को निर्देशित किया। शिविर में रह रहे लोगों को उनकी जरूरत एवं आवश्यकतानुसार चिकित्सा व्यवस्था भी सुनिश्चित कराने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अफसरों को दिए।
सीएम ने की बाढ़ राहत कार्य की सराहना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा करते हुए अब तक के कार्यों की सराहना की। उन्होंने एनडीआरएफ, जल पुलिस सहित अन्य प्रशासनिक महकमे को पूरी तरह सतर्क रहने का निर्देश दिया। उन्होंने संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि बाढ़ की स्थिति पूरे सितंबर तक हो सकती है।
राहत शिविरों में हो सुरक्षा के विशेष प्रबंध
सीएम योगी ने राहत शिविरों में रहन-सहन एवं खानपान की व्यवस्था के अतिरिक्त सुरक्षा के भी इंतजाम किए जाने का निर्देश दिया। मुख्य रूप से महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का निर्देश दिया। कहा कि मोबाइल चिकित्सा दल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पूरी तरह सक्रिय एवं चक्रमण करती रहे।
एंटी स्नेक और एंटी रैबिज इंजेक्शन की हो व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि राहत शिविरों में चिकित्सकों एवं मोबाइल चिकित्सा टीम के पास एंटी स्नेक इंजेक्शन एवं अन्य विषैले जानवरों से काटने पर लगने वाले इंजेक्शन की उपलब्धता हर हालत में सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने पुलिस के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित एवं बाढ़ राहत शिविरों में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कतिपय बीमारी से यदि पशु हानि होती है, तो पशुपालक को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए जाने का भी निर्देश दिया। राहत शिविरों में उन्होंने समुचित सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने का भी निर्देश दिया।
बाढ़ उतरने के साथ ही युद्धस्तर पर चलाएं सफाई अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ का पानी उतरने के पश्चात बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर सफाई एवं स्वच्छता कार्य कराया जाए। जिससे क्षेत्रों में संक्रामक बीमारी फैलने न पाए। उन्होंने बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त होने वाले सड़कों एवं गलियों की भी शीघ्र मरम्मत कराए जाने का निर्देश दिया।