UP के त्रिकोणात्मक मुकाबले में अपना फायदा देख रही है BJP
![यूपी के त्रिकोणात्मक मुकाबले में अपना फायदा देख रही है भाजपा BJP will ask PM Name from Opposition during the election](https://spiderimg.amarujala.com/assets/images/2018/08/31/750x506/rahul-vs-modi_1535698591.jpeg)
सक्रिय राजनीति में गांधी परिवार की अहम सदस्य प्रियंका गांधी के प्रवेश को भाजपा उत्तर प्रदेश में त्रिकोणात्मक मुकाबले की मजबूत जमीन तैयार होने के रूप में देख रही है। संभावित त्रिकोणात्मक सियासी जंग में पार्टी खुद के लिए आम चुनाव में बड़ा अवसर देख रही है। पार्टी को उम्मीद है कि आम चुनाव में पीएम बनने की तीव्र इच्छा रखने वाले मायावती, ममता बनर्जी, एचडी देवगौड़ा, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल जैसे दिग्गज कांग्रेस को अपनी ओर से इतनी बढ़त नहीं लेने देंगे, जिससे उनकी पीएम बनने की संभावनाओं पर ही पानी फिर जाए। पार्टी का यह भी दावा है कि अगला लोकसभा चुनाव सरकारों के प्रदर्शन और पीएम उम्मीदवार जैसे मुख्य मुद्दे पर ही लड़ा जाएगा।
पार्टी के एक शीर्षस्थ नेता के मुताबिक यूपी में अगड़ों के सामने प्रियंका की एंट्री केबावजूद कांग्रेस कोई विकल्प पेश नहीं कर पाएगी। प्रियंका के जरिए सपा-बसपा गठबंधन को घाटा होगा और पूरा चुनावी मुकाबला ही त्रिकोणात्मक हो जाएगा। उक्त नेता के मुताबिक मतदान में दस फीसदी हिस्सा निर्दलीय, नोटा व अवैध वोट के रूप में जाएगा। बाकी बचे नब्बे फीसदी वोटों में त्रिकोणात्मक जंग होगी। चूंकि भाजपा ने वर्ष 2014 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनाव में अपना मत प्रतिशत 42 फीसदी से ऊपर रखा है। ऐसे में सूबे में त्रिकोणात्मक मुकाबला हर हाल में भाजपा के लिए अच्छी खबर लाएगा।
यूपी में नाराजगी का कोई खतरा नहीं उठाएगी पार्टी
राज्य में सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस के प्रियंका गांधी के रूप में चले गए मास्टर स्ट्रोक के बीच भाजपा अपनों की नाराजगी किसी कीमत पर मोल नहीं लेगी। उक्त नेता ने कहा कि जल्द ही वह राज्य के दोनों सहयोगियों से बातचीत करेंगे। इसमें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया राजभर से एक दो दिन में बात होगी। इसके बाद पार्टी नेतृत्व अपना दल के गिले शिकवे दूर करेगा।
यूपी में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएंगी मायावती
पार्टी को उम्मीद है कि पीएम पद के लिए जीतोड़ कोशिश कर रहे विपक्षी क्षत्रप अपनी इच्छा पूरी करने के लिए कांग्रेस को ही नुकसान पहुंचाएंगे। उक्त नेता ने कहा कि मायावती क्यों चाहेंगी कि कांग्रेस के पास स्वयं की इतनी सीटें हो जाए कि उसे दूसरों की जरूरत ही नहीं रहे। ममता बनर्जी, शरद पवार, चंद्रबाबू नायडू, एचडी देवगौड़ा, केसीआर जैसे क्षत्रप इसी राह पर होंगे। फिर प्रियंका के कारण कांग्रेस का मूल वोट बैंक रहे दलित और ओबीसी में शामिल कुछ जातियां भी यूपी में कांग्रेस के पक्ष में टूटेंगी।
पीएम पद का यक्ष प्रश्न खड़ा करेगी पार्टी
उक्त नेता ने दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में पहली बार सरकारों के प्रदर्शन और पीएम पद का उम्मीदवार मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे। हालिया चुनावों में जनता ने साफ किया है कि वह विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अलग-अलग मानसिकता में वोट करती है। ऐसे में सवाल यह उठेगा कि राजग के खिलाफ बने महागठबंधन में पीएम पद का उम्मीदवार कौन है? इस मुद्दे पर हर दृष्टि से पीएम मोदी जनता की पहली पसंद हैं। उक्त नेता के मुताबिक भाजपा के पास 9 करोड़ से अधिक सक्रिय मतदाता और 22 करोड़ केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थी हैं। नेता ने कहा कि हम विपक्ष की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार का प्रश्न खड़ा करते रहेंगे।