यूपी में मिशन 20 योजना को अंतिम रूप देने में जुटी Congress, Priyanka पर मंथन

खास बातें
प्रियंका की चुनावी सीट पर सर्वाधिक मंथन
पार्टी में फिलहाल सर्वाधिक मंथन प्रियंका की चुनावी सीट को ले कर हो रहा है। कोशिश है कि उनके लिए ऐसी सीट चुनी जाए जिससे सूबे के साथ-साथ पूरे देश में एक बड़ा संदेश जाएा। इस कड़ी में जिन चार सीटों को विकल्प के तौर पर चुना गया है उसमें अमेठी, रायबेरली, लखनऊ और वाराणसी की सीट शामिल हैं। उक्त पूर्व केंद्रीय मंत्री के मुताबिक पार्टी का एक मजबूत धड़ा पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को चुनावी राजनीति में बनाए रखना चाहता है। सोनिया के नहीं मानने पर प्रियंका कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सीट अमेठी तो राहुल सोनिया की सीट रायबरेली से लड़ सकती हैं।
ऐसी स्थिति में अमेठी में प्रियंका और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच सीधी जंग होगी। अगर सोनिया मानीं तो फिर प्रियंका के लिए लखनऊ और वाराणसी विकल्प बचेगा। वाराणसी से प्रियंका पीएम मोदी के खिलाफ मैदान में तभी उतरेंगी जब अपना दल राजग का साथ छोड़ दे। पार्टी के रणनीतिकारों को लगता है कि ऐसे में भाजपा का कुर्मी मतदाताओं में वर्चस्व कम होगा और ब्राह्मण मतदाताओं पर खुद प्रियंका भी अपना दावा ठोक सकेंगी।
अपना दल के राजग में बने रहने पर पार्टी यहां सपा-बसपा उम्मीदवार को समर्थन देगी। पार्टी का एक धड़ा प्रियंका को गृह मंत्री राजनाथ सिंह की सीट लखनऊ से उम्मीदवार बनाना चाहता है। इस धड़े का तर्क है कि इससे प्रियंका न सिर्फ पूरे सूबे को संदेश दे पाएंगी, बल्कि शहरी सीट होने के कारण वह गृह मंत्री को कड़ी चुनौती दे पाएंगी। चूंकि इस सीट पर गांधी परिवार की विजय लक्ष्मी पंडित सांसद रह चुकी हैं। ऐसे में पार्टी इस सीट पर भी अपनी संभावना देख रही है।