रूस के दौरे से लौटे सीएम योगी, कृषि व खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर में किए एमओयू साइन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ - फोटो : bharat rajneeti
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रूस के दौरे से मंगलवार देर शाम राजधानी लौट आए। वे उद्यमियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ 10 अगस्त को रूस के दौरे पर गए थे। योगी ने वहां रूसी प्रतिनिधियों के साथ कृषि, खाद्य प्रसंस्करण व ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया। विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक व ग्राम्य विकास राज्यमंत्री महेंद्र सिंह ने अमौसी एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
रूस के जबाइकल्सकी क्राय और उत्तर प्रदेश कृषि और खाद्य एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में तकनीकी एवं संसाधनों के प्रबंधन का आदान-प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सोमवार को रूस में जबाइकल्सकी क्राय क्षेत्र और उत्तर प्रदेश के बीच कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के सेक्टर में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
रूस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने भारतीय उद्यमियों के साथ कृषि, खाद्य प्रसंस्करण एवं ऊर्जा विषय पर बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में लगभग आठ मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र में विकास की संभावनाएं हैं, जो भारतीय उद्यमियों को निवेश की संभावनाओं के अवसर प्रदान करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि एवं कान्ट्रैक्ट फार्मिंग के क्षेत्र में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) जैसे संस्थान भारत में हैं। इन संस्थानों की विशेषज्ञता एवं मार्गदर्शन से सुदूर पूर्वी रूस में कृषि चुनौतियों को दूर कर कृषि के समेकित विकास की संभावनाओं के लिए रोडमैप तैयार किया जा सकता है।
रूस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने भारतीय उद्यमियों के साथ कृषि, खाद्य प्रसंस्करण एवं ऊर्जा विषय पर बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में लगभग आठ मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र में विकास की संभावनाएं हैं, जो भारतीय उद्यमियों को निवेश की संभावनाओं के अवसर प्रदान करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि एवं कान्ट्रैक्ट फार्मिंग के क्षेत्र में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) जैसे संस्थान भारत में हैं। इन संस्थानों की विशेषज्ञता एवं मार्गदर्शन से सुदूर पूर्वी रूस में कृषि चुनौतियों को दूर कर कृषि के समेकित विकास की संभावनाओं के लिए रोडमैप तैयार किया जा सकता है।