निर्वाचन आयोग ने सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ बैठक की। इस बैठक में उन राज्यों की कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की गई, जहां पर अगले साल यानी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस क्रम में आयोग ने कोरोना की वर्तमान की स्थिति की भी समीक्षा की।
HIGHLIGHTS
- चुनाव आयोग ने चुनावी राज्यों में कोरोना की स्थिति का जाना हाल
- केंद्रीय एजेंसियों को मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के दिए गए निर्देश
- ओमीक्रोन के खतरे के बीच आयोग सुरक्षित चुनाव कराने की कर रहा तैयारी
नयी दिल्ली: निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव (Union Health Secretary) के साथ उन राज्यों की कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की, जहां चुनाव होने हैं। आयोग ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के आला अधिकारियों को चुनावों में मादक पदार्थों के प्रभाव पर नजर रखने का निर्देश दिया। आयोग ने आईटीबीपी, बीएसएफ और एसएसबी (ITBP, BSF and SSB) के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात की और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए कहा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, निर्वाचन आयोग (Election Commission) अगले महीने यानी जनवरी 2022 में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है।
निर्वाचन आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव (Union Health Secretary by the Election Commission) के साथ बैठक में उन राज्यों की कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की जहां पर अगले साल यानी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस क्रम में आयोग ने कोरोना की वर्तमान की स्थिति की भी समीक्षा की। आयोग देश में ओमीक्रोन के खतरे के बीच सुरक्षित चुनाव कराने की योजना तैयार कर रहा है। जानकारी के मुताबिक, 5 चुनावी राज्यों में चुनाव आयोग ने वैक्सिनेशन, ओमिक्रोन के प्रसार और बाकी स्वास्थ्य मसलों पर स्वाथ्यय मंत्रालय से इनपुट लिया है। चुनाव आयोग (Election commission) को स्वास्थ्य मंत्रालय ने 5 चुनावी राज्यों में टीकाकरण की मौजूदा स्थिति और खासकर पहले डोज को लेकर जानकारी दी है। उत्तराखंड और गोवा में करीब 100 फीसदी पहला डोज, यूपी में 85 फीसदी पहला डोज और मणिपुर और पंजाब में 80 फीसदी से कम पहले डोज की जानकारी दी गई है। यूपी, मणिपुर और पंजाब समेत बाकी चुनावी राज्यों में टीकाकरण को गति देने का निर्देश दिया गया है।
इन बैठकों की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि स्वास्थ्य सचिव (health secretary) राजेश भूषण ने देश में, विशेष रूप से उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा, पंजाब और उत्तर प्रदेश (Uttarakhand, Manipur, Goa, Punjab and Uttar Pradesh) में कोविड की स्थिति पर लगभग एक घंटे तक निर्वाचन आयोग (Election Commission) को जानकारी दी। कोरोना वायरस (corona virus) के ओमीक्रोन स्वरूप के प्रसार के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। एक पदाधिकारी ने कहा, ''यह सूचना प्राप्त करने के लिए एक सत्र था। आयोग ने (by health ministry) उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर स्थिति का आकलन किया।''
स्वास्थ्य सचिव ने निर्वाचन आयोग को वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए हाल के दिनों में जारी किए गए कोविड प्रोटोकॉल और गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के बारे में भी जानकारी दी। एनसीबी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान, निर्वाचन आयोग ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि मादक पदार्थ चुनाव को प्रभावित न करें।
सूत्रों ने बताया कि आयोग ने मादक पदार्थों की तस्करी के संबंध में विशेष रूप से पंजाब और गोवा का जिक्र किया। गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल मार्च में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त होगा। निर्वाचन आयोग अगले महीने चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है।