वाराणसी। समाज कार्य संकाय द्वारा मनाएं जा रहे कौस्तुभ जयंती समारोह का रविववार को समापन सत्र का आयोजन किया गया। एक सप्ताह तक चलने वाले इस समारोह के समापन सत्र में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संस्थापक बाबू शिव प्रसाद गुप्त एवं समाज कार्य संकाय के संस्थापक प्रो. राजाराम शास्त्री के छाया चित्रों पर मल्यार्पण के साथ दीप प्रज्वलन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी।
प्रो. संजय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि ठीक स्वंतंत्रता दिवस के दिन अर्थात 15 अगस्त 1947 को ही समाज कार्य विभाग काशी विद्यापीठ की स्थापना हुई थी। जिसको समाज कार्य के राष्ट्रीय एसोसिएशन नैपस्वि ने सन 2020 में मान्यता देते हुए यह तय किया कि काशी विद्यापीठ के समाज कार्य की स्थापना दिवस को ही भारतीय राष्ट्रीय समाज कार्य दिवस माना जायेगा। तब से सम्पूर्ण भारत वर्ष में 15 अगस्त से 21 अगस्त (प्रो राजा राम शास्त्री जी की पुण्य तिथि तक) भारतीय राष्ट्रीय समाज कार्य सप्ताह मनाया जा रहा है।इस वर्ष कौस्तुभ जयंती के अवसर पर इसका विशेष महत्व रहा।
डॉ. अनिल कुमार चौधरी जी ने प्रो राजाराम शास्त्री जी का जीवन परिचय देते हुए उनके अकादमिक, राजनैतिक एवं सामाजिक जीवन पर प्रकाश डाला।तथा उनकी महानता का उल्लेख किया ।अपने वक्तव्य में उन्होंने प्रो राजाराम शास्त्री जी के शिक्षा दीक्षा के बारे में भी बताया । राजनैतिक जीवन से लेकर उनकी भारतीय स्वतंत्रता में योगदानों का भी वर्णन किया ।समाज कार्य को विकसित करने से लेकर, अभ्यास में लाने तक का सफर उन्होंने कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डॉक्टर निमिषा गुप्ता ने मंच पर प्रो राजाराम शास्त्री जी की पुत्रवधु प्रो गायत्री जी ने भी शास्त्री जी के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचय कराया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विगत 6 दिन में हुए सभी कार्यक्रम का संक्षेप में डॉक्टर संदीप गिरी ने बड़ी सरलता एवं सहजता से संक्षे प में वर्णन किया ।
सभी मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की आगे की कड़ी में कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डी के सिंह ने विभाग के छात्रों को शुभकामना दीं।अपने उद्बोधन में सर्वप्रथम सभी उपास्थित लोगों को सम्मान व्यक्त करते हुए अपना वक्तव्य रखा जिसमे उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्हें अपनी पात्रता में विकास करने की सीख दी।आगे की कड़ी में अस्सी घाट पर आयोजित हुए आउटरीच प्रोग्राम में पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता के परिणाम घोषित किया गया।
दो विषयों पर आयोजित इस प्रतियोगिता जिसमे प्रथम विषय " झांसी की रानी” के बारे में था एवं द्वितीय विषय पर्यावरण संरक्षण था। अतिथि द्वारा विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया ।कार्यक्रम मे अतिथियों का स्वागत प्रो संजय जी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ.शैला परवीन ने किया । कार्यक्रम का संचालन डॉ . निमिषा गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में संकाय के समस्त शिक्षकगण , कर्मचारी गण एवं शोधार्थी एवं विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।