गुजरात के CM रहते हुए PM Modi ने गरीबों के लिए Reservation पर जताई थी चिंता

पैनल की रिपोर्ट में वर्तमान प्रधानमंत्री और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर लिखा है कि उन्होंने ईबीसी की पहचान करने के लिए दूसरे मापदंडों को बनाए जाने का सुझाव दिया था। जनवरी 19 और 26 को पैनल को दिए अपने जवाब में उन्होंने कहा था कि ऐसे मापदंडों को बनाना चाहिए और खुले मंच पर इसकी चर्चा की जानी चाहिए जिसमें राज्य सरकार भी शामिल हो। उन्होंने कहा था कि यह पता होना चाहिए कि कितनी जनसंख्या आरक्षण के अंतर्गत आती है और फिर एक रणनीति बनाकर उनकी मदद करनी चाहिए।
2009 में उन्होंने जोर देकर कहा था कि सभी राज्यों की आवश्यकता को एक ही मापदंड में आंका नहीं जा सकता और जमीनी हकीकत को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। गुजरात सरकार ने कहा था कि यदि ईबीसी के लिए उच्च मानदंड रखे जाते हैं तो यह बीपीएल परिवारों के साथ अन्याय होगा क्योंकि वह संख्या में बहुत ज्यादा है। उस समय देश की एक तिहाई जनसंख्या इस दायरे में आती थी। राज्य में उस दौरान सामान्य वर्ग की जनसंख्या 5.7 प्रतिशत थी।