3870 कुल्हड़ से बनाया Mahatma Gandhi का भित्ति चित्र, Vice President ने किया अनावरण

उपराष्ट्रपति ने इस भित्ति चित्र को बनाने वाले शिल्पकारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इनकी मेहनत से तैयार भित्ति चित्र गांधीजी के सत्य और अहिंसा के संदेश को न केवल देश बल्कि विदेश में भी प्रचारित-प्रसारित करता रहेगा।
नायडू ने कहा की गांधीजी दीन-हीन जनों के सबसे बड़े हितैषी होने के साथ साथ ग्राम-स्वराज के सबसे बड़े प्रतिपादक भी थे। उनका मानना था कि गांवों के विकास से ही देश के विकास का रास्ता गुजरता है। हमें महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने के लिए नए भारत का निर्माण करना चाहिए। जैसे इन शिल्पकारों ने अलग-अलग जगहों की मिट्टी से भित्ति चित्र को एक विशेष रूप दिया है।
भित्ति चित्र की संकल्पना में राष्ट्रीय एकता और अखंडता की झलक
केंद्रीय सूक्ष्म, लद्यु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि गांधीजी की 150 वीं जयंती वर्ष में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की इस भित्ति चित्र की संकल्पना में भारत की सांस्कृतिक एकात्मकता, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की झलक मिलती है। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग देश के 400 गांवों के ग्रामीण शिल्पकारों को बिजली से चलने वाला चाक देकर उनको ग्रामीण स्तर पर ही स्वावलंबी बनाकर उनकी आय को बढ़ाने के एक महत्वपूर्ण मिशन पर काम कर रहा है। नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना, एनडीएमसी के अध्यक्ष नरेश कुमार ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।