एग्जिट पोल्स के बाद सट्टा बाजार में भी मोदी-मोदी : लोकसभा चुनाव 2019

वहीं, सट्टा बाजार में अन्य दलों की जीत और भाजपा को बहुमत न मिलने पर भी पैसा लगाया जा रहा है। मुंबई के सट्टेबाजों के मुताबिक, यूपीए को 150 सीटें मिलेंगी। कांग्रेस को 75-82 सीटें मिलेंगी। जो पिछली बार की 44 की तुलना में दोगुना हैं। 2014 में भाजपा को 282, जबकि एनडीए की 336 सीटें मिली थीं। ब्यूरो
गुजरात में भाजपा को 23, यूपी में 42 सीटें
सट्टा बाजार का अनुमान है कि गुजरात में भाजपा को 23, यूपी में 42, महाराष्ट्र में 33, मध्य प्रदेश में 22 और राजस्थान में 21 सीटें मिलेंगी। गुजरात और राजस्थान में पिछले चुनाव में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था। मप्र में दो सीटें कांग्रेस जीत पाई थी। महाराष्ट्र की 48 में 41 सीटें एनडीए के खाते में गई थीं। जानकारों के मुताबिक कुछ सट्टेबाज एनडीए की हार पर भी पैसा लगा रहे हैं ताकि वास्तव में ऐसा हो तो नुकसान की भरपाई हो सके। 2014 में बड़ी संख्या में सट्टेबाजों ने एनडीए की जीत पर पैसा लगाया था लेकिन उन्हें अनुमान नहीं था कि भाजपा की जीत इतनी बड़ी होगी।
यूपी में कांग्रेस ने शुरू की विधानसभा की तैयारी, बूथ स्तर के आंकड़े मंगाए
नई दिल्ली। मोदी-योगी के मैजिक और गठबंधन के समीकरण के बीच यूपी में वजूद की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस ने अभी से 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए बाकायदा पार्टी नेतृत्व से लेकर जिला स्तर तक तैयारी शुरू की गई है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने यूपी के कई जिलाध्यक्षों को बूथ स्तर के मतदान आंकड़े जुटाकर दिल्ली मुख्यालय भेजने का निर्देश दिया है। इनका विश्लेषण करने के बाद पार्टी आगे की तैयारी करेगी।
सूत्रों के मुताबिक, इसका मकसद पार्टी के संगठन को भी मजबूत करने का है। इसके जरिए पार्टी सक्रिय नेताओं और ग्राउंड लेवल के कार्यकर्ताओं की पहचान कर उन्हें आगे ला सकती है। 23 मई को नतीजे आने के एक-दो दिन के अंदर यूपी के सभी जिलाध्यक्षों और प्रत्याशियों तथा वरिष्ठ नेताओं की बैठक भी बुलाई गई है। गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पूर्वी और पश्चिमी यूपी का प्रभारी बनाने के बाद इसी साल फरवरी में पहली बार राहुल लखनऊ पहुंचे तो उन्होंने कहा था कि पार्टी का लक्ष्य 2022 के विधानसभा चुनाव हैं।