कौन हैं दिल्ली की सातों सीटों पर आप-कांग्रेस-भाजपा के उम्मीदवार, संपत्ति से लेकर शिक्षा तक सबकुछ - Bharat news, bharat rajniti news, uttar pradesh news, India news in hindi, today varanasi newsIndia News (भारत समाचार): India News,world news, India Latest And Breaking News, United states of amerika, united kingdom

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शनिवार, 11 मई 2019

कौन हैं दिल्ली की सातों सीटों पर आप-कांग्रेस-भाजपा के उम्मीदवार, संपत्ति से लेकर शिक्षा तक सबकुछ

आप कांग्रेस बीजेपी
आप कांग्रेस बीजेपी - फोटो : Bharat Rajneeti
12 मई को दिल्ली में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में दिल्ली के लोगों के लिए जरूरी हो जाता है कि वह दिल्ली की सातों सीटों के उम्मीदवारों के बारे में जानें। यही वजह है कि हम दिल्ली की सातों सीटों पर खड़े हुए तीनों प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों के बारे में आपको अपनी इस स्टोरी में जानकारी दे रहे हैं। जानिए आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा ने किन उम्मीदवारों को दिल्ली सात सीटों से उतारा है। उनकी खासियत से लेकर उनकी संपत्ति व क्वालिफिकेशन सबकुछ जानिए आगे की स्लाइड्स में...    

सीट                                 आप                  कांग्रेस                भाजपा        

नई दिल्ली                          बृजेश गोयल             अजय माकन            मीनाक्षी लेखी
चांदनी चौक                        पंकज गुप्ता              जेपी अग्रवाल            डॉ. हर्षवर्धन
पूर्वी दिल्ली                           आतिशी            अरविंदर सिंह लवली        गौतम गंभीर
पश्चिमी दिल्ली             बलबीर सिंह जाखड़        महाबल मिश्रा                 प्रवेश वर्मा
उत्तर पूर्वी दिल्ली            दिलीप पांडेय               शीला दीक्षित               मनोज तिवारी
दक्षिणी दिल्ली                  राघव चड्ढा                 विजेंद्र सिंह                रमेश बिधूड़ी
उत्तर-पश्चिम(सुरक्षित)      गुग्गन सिंह             राजेश लिलोठिया            हंस राज हंस

नई दिल्ली सीट

brijesh goyal ajay maken meenakshi lekhi
brijesh goyal ajay maken meenakshi lekhi

नई दिल्ली सीट से आप उम्मीदवार

बृजेश गोयल- बृजेश गोयल को कुछ समय पूर्व आम आदमी पार्टी ने नई दिल्ली का लोकसभा चुनाव प्रभारी बनाया था, अब पार्टी ने 2019 चुनाव के लिए उन्हें वहीं से टिकट दे दिया है। 

नई दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार

अजय माकन- लगातार तीन बार दिल्ली से विधायक बनने वाले अजय माकन दिल्ली सरकार में मंत्री भी रहे हैं। 2004 व 2009 में लगातार दो बार लोकसभा सांसद बने और केंद्रीय मंत्रिमंडल का भी हिस्सा बने। वे राहुल गांधी का बेहद करीबी माने जाते हैं। नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में सर्विस क्लास के वोटरों में माकन की पकड़ मानी जाती है।

अजय माकन के पास दो कारें

नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी भी करोड़ों के मालिक है। विटारा, बलिनो कार के साथ ही उनके पास अचल संपत्ति 11 करोड़ रुपये की हे। उनकी पत्नी के पास 80 लाख रुपये है। चल संपत्ति माकन के पास 3.62 करोड़ व पत्नी के पास 1.26 करोड़ रुपये है।

नई दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार

मीनाक्षी लेखी- 51 वर्षीय मीनाक्षी लेखी पेशे से एक वकील भी हैं। साल 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव में मीनाक्षी लेखी को मौका मिला और करीब 2.7 लाख वोट के अंतर से उन्होंने जीत हासिल की थी। इन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी और नई दिल्ली से दो बार के सांसद रहे अजय माकन को हराया था। सांसद बनने के एक साल के भीतर मीनाक्षी लेखी कुल सांसद निधि का 50 फीसदी यानी ढाई करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च कर चुकी थीं, जोकि दिल्ली के अन्य सांसदों की तुलना में सर्वाधिक था। इनके ससुर प्राणनाथ लेखी और पति अमन लेखी देश के नामचीन वकीलों में हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मानहानि की शिकायत दायर करने पर मीनाक्षी लेखी सियासी चर्चाओं में भी रहीं। सदन में भी इनकी करीब 95 फीसदी हाजिरी पांच वर्षों के दौरान देखने को मिली है। अब नई दिल्ली से दोबारा पार्टी ने इन पर भरोसा जताया है।

चांदनी चौक सीट

Dr.Harshwardhan-Jp Agrawal-Pankaj Gupta
Dr.Harshwardhan-Jp Agrawal-Pankaj Gupta - फोटो : Bharat Rajneeti

चांदनी चौक सीट से आप उम्मीदवार

पंकज गुप्ता- पंकज गुप्ता जिन्हें आम आदमी पार्टी चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव का टिकट दे रही है वह पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं। यह उनका दूसरा कार्यकाल है। इसके साथ ही वह पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। आम आदमी पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक पंकज गुप्ता कई सॉफ्टवेयर कंपनियों में 25 साल तक सेवाएं दे चुके हैं। 25 साल तक नौकरी करने के बाद उन्होंने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए नौकरी छोड़ दी। पंकज गुप्ता जन लोकपाल आंदोलन के समय से ही टीम के साथ हैं और फिर पार्टी में जुड़ गए थे। पंकज गुप्ता ने मोतीलाल नेहरू रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज इलाहाबाद से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है।

चल और अचल संपत्ति के मालिक पंकज गुप्ता करोड़पति

चांदनी चौक से आप प्रत्याशी पंकज गुप्ता करोड़पति हैं। पंकज गुप्ता के पास 5.94 करोड़ रुपये व उनकी पत्नी के पास 5.46 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। जबकि दोनों के पास फरीदाबाद व गुरूग्राम में दो-दो फ्लैट हैं। इनकी कीमत 4.50-4.50 करोड़ रुपये बैठती है। पंकज गुप्ता के ऊपर किसी की देनादारी नहीं है और उनकी पत्नी पर 47.93 लाख रुपये का कर्ज है।

चांदनी चौक सीट से कांग्रेस उम्मीदवार

जेपी अग्रवाल- 1973 में यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद से राजनीति में कदम रखे। 1984 में पहली बार चांदनी चौक लोकसभा से सांसद बने। 1989, 1996 लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की। अग्रवाल कुल चार बार लोकसभा सांसद रहे हैं। 2007 में उन्होंने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस पद की जिम्मेदारी भी संभाली। हालांकि, 2014 में वो मोदी लहर में उत्तर पूर्व सीट से हार गए थे।  पार्टी ने इस बार उन्हें  पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल की जगह चांदनी चौक से उतारा है।

चांदनी चौक सीट से भाजपा उम्मीदवार

डॉ. हर्षवर्धन- चांदनी चौक से प्रत्याशी डॉ. हर्षवर्धन दिल्ली राज्य से लेकर केंद्र तक कई अहम जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं। इन्हें दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में गिना जाता है। साथ ही कहा जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और दिल्ली के कारोबारियों के बीच इनकी एक बेहतर छवि है। चार बार दिल्ली में विधायक रहे हर्षवर्धन 1993 में पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर सीट पर पहली बार विधायक बने थे। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के अलावा वे 2013 के विधानसभा चुनाव में सीएम के दावेदारों में से एक थे। 2014 में चांदनी चौक सीट पर आप के आशुतोष और कांग्रेस के कपिल सिब्बल को पराजित करने के बाद 64 वर्षीय हर्षवर्धन मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने। बाद में इन्हें विज्ञान, पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। दिल्ली विधानसभा के इतिहास में डॉ. हर्षवर्धन कभी नहीं हारे हैं। 1954 में जन्मे डॉ. हर्षवर्धन कान, नाक और गले के पेशे से डॉक्टर भी हैं।

10 से 1 करोड़ पर पहुंचे हर्षवर्धन

दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक डॉॅ.हर्षवर्धन ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी चल संपत्ति 28 लाख 77 हजार घोषित की थी। जबकि अचल संपत्ति 10 करोड़ 50 लाख रुपये थी। लेकिन इस बार उनका घोषणा पत्र गले नहीं उतर रहा। उन्होंने अपनी चल संपत्ति 38 लाख 50 हजार और अचल संपत्ति 1 करोड़ पांच लाख बताई है। यानि पांच साल में बढ़ोतरी की जगह उन्होंने कमी दिखाई है। जबकि उनकी पत्नी के नाम अचल संपत्ति 1 करोड़ 37 लाख रुपये ही बरकरार है। डॉ. हर्षवर्धन पर करीब 1 लाख 79 हजार रुपये का कार और 16 लाख का होम लोन भी था। साथ ही उनके खिलाफ दो मुकदमे भी दर्ज थे, जिनमें उन्हें बाद में क्लिनचिट मिल चुकी है।

पूर्वी दिल्ली सीट

अरविंदर सिंह लवली, गौतम गंभीर और आतिशी
अरविंदर सिंह लवली, गौतम गंभीर और आतिशी - फोटो : Bharat Rajneeti

पूर्वी दिल्ली सीट से आप उम्मीदवार

आतिशी- आम आदमी पार्टी अपने चार साल के कार्यकाल में जिन उपलब्धियों को सबसे ज्यादा बार गिनाती रही है उनमें शिक्षा का क्षेत्र सबसे ऊपर है और इसका बहुत बड़ा श्रेय आतिशी को जाता है। इनके काम को देखते हुए पार्टी ने इन्हें पूर्वी दिल्ली का चुनावी प्रभारी बनाया था और अब उन्हें वहीं से लोकसभा चुनाव में उतार रही है। आतिशी पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य होने के साथ ही दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री की सलाहकार भी रह चुकी हैं।

आतिशी पढ़ी-लिखी हैं और यही वजह है कि उन्होंने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी पढ़ाई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल में हुई वहीं सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बैचलर डिग्री प्रथम स्थान लाकर प्राप्त की। फिर वह आगे की पढ़ाई के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी चली गईं और स्कॉलरशिप लेकर मास्टर की डिग्री ली। कुछ साल बाद उन्होंने रोड्स स्कॉलशिप लेकर ऑक्सफोर्ड से ही एक और मास्टर डिग्री ली। 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी का मेनिफेस्टो तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी।

आतिशी मारलेना के पास 60 लाख से ज्यादा

पूर्वी दिल्ली से आप प्रत्याशी आतिशी मारलेना ने चुनाव प्रचार शुरू करते वक्त अपने नाम से मारलेना हटा लिया था, लेकिन हलफनामे में पूरा नाम दर्ज है। आतिशी के पास कोई अचल संपत्ति नहीं है। लेकिन अलग-अलग बैंकों ने उन्होंने 60 लाख रुपये से ज्यादा जमा किए हैं। आतिशी 60.04 लाख व उनके जीवन साथी के पास 60.08 लाख रुपये बैंक बैलेंश हैं। आतिशी के ऊपर कोई देनादारी भी नहीं है। आतिशी के ऊपर एक आपराधिक मामला भी चल रहा है। 

पूर्वी दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार

अरविंदर सिंह लवली- दिल्ली की राजनीति में लवली का बेहतर तजुर्बा है। छात्र राजनीति से लवली 1998 से 2013 तक लगातार विधायक बने और शीला दीक्षित सरकार में मंत्री पद पर रहे। वे प्रदेश इकाई में अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं। हालांकि, बीच में उन्होंने पार्टी से बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए थे। बाद में राहुल गांधी ने उनकी घर वापसी कराई और प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया।

पत्नी से गरीब हैं लवली

पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट के कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद सिंह लवली पत्नी से गरीब है। उनके खाते में चल संपत्ति महज 30 लाख रुपया है तो उनकी पत्नी के पास 2.84 करोड़ रुपये है। अचल संपत्ति भी लवली के पास 30 लाख रुपये के ही करीब है तो उनकी पत्नी के पास 1.5 करोड़ रुपये है।

पूर्वी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार

गौतम गंभीर- हाल ही में सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट को लेकर चर्चाओं में रहने के बाद क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हाथ थामा ही था कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें राजनीतिक पारी खेलने के लिए चुनावी पिच तैयार कर दी। गौतम गंभीर पहली बार सियासी पारी की ओपनिंग करने जा रहे हैं। क्रिकेट जगत में कई अहम रिकॉर्ड बनाने वाले गौतम गंभीर के पास उनके प्रशंसकों की तादाद ही उनकी बड़ी चुनावी मजबूती बनकर उभर सकती है। 2008 में भारत सरकार इन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित भी कर चुकी है। 37 वर्षीय बाएं हाथ के इस बल्लेबाज के सामने कांग्रेस के अरविंद सिंह लवली और आप की आतिशी हैं। इसी के साथ ही राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली की कुछ सीटों पर रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है इनमें से एक सीट है पूर्वी दिल्ली। 

कुल संपत्ति 1.37 अरब रुपये घोषित की है

दिल्ली में अबकी बार सबसे अमीर उम्मीदवार गौतम गंभीर हैं, जिन्होंने नामांकन के दौरान कुल संपत्ति 1.37 अरब रुपये घोषित की है। उन्होंने अपनी अचल संपत्ति 21 करोड़ और चल संपत्ति के रुप में 1 अरब 16 करोड़ रुपये से ज्यादा का शपथ पत्र दिया है। जबकि उनकी पत्नी नताशा गंभीर के नाम 1 करोड़ 15 लाख से ज्यादा चल और पिता दीपक गंभीर के नाम 7.98 करोड़ रुपये की संपत्ति है। क्रिकेटर गौतम गंभीर प्रॉपर्टी में निवेश करने वालों से धोखाधड़ी करने के आरोपी भी हैं। उनके खिलाफ साकेत कोर्ट में एक मुकदमा भी चल रहा है।

पश्चिमी दिल्ली सीट

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parvesh verma-Mahabal Mishra-Balbir Singh Jakhar - फोटो : Bharat Rajneeti

पश्चिमी दिल्ली सीट से आप उम्मीदवार

बलबीर सिंह जाखड़- आप के बलबीर सिंह जाखड़ ने पश्चिमी दिल्ली से नामांकन किया। वह आप के एक मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं।

पश्चिमी दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार

महाबल मिश्रा- दिल्ली एमसीडी से महाबल मिश्रा ने  राजनीतिक सफर शुरू किया। पार्षद के बाद नसीरपुर विधानसभा से विधायक बनकर प्रदेश कांग्रेस के पूर्वांचल का चेहरा बन गए। महाबल को दिल्ली का लालू यादव भी कहा जाता है। 2009 में वे पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर में उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा।

करोड़पति है महाबल मिश्रा

पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी महाबल मिश्रा चल व अचल संपत्ति के मामले में करोड़पति है। हालांकि अपनी पत्नी से गरीब हैं। महाबल मिश्रा के पास चल संपत्ति 3.54 करोड़ रुपये है तो उनकी पत्नी के पास 5.74 करोड़ रुपये है। अचल संपत्ति महाबल के नाम 14.72 करोड़ रुपये की है। उनकी पत्नी के पास अचल संपत्ति 21 करोड़ रुपये की है। महाबल एक फॉच्यूनर व एक पजेरो कार के भी मालिक है।

पश्चिमी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार

प्रवेश वर्मा- प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राजनीति इन्हें विरासत में मिली है। बताया जाता है कि 2009 में भाजपा ने उम्र और कम अनुभव होने के कारण मौका नहीं दिया था। 41 वर्षीय प्रवेश वर्मा ने 2014 में दिल्ली की सभी सीटों में पार्टी को सबसे बड़ी जीत दिलाई थी। करीब 2.5 लाख वोटों से इन्होंने आप के जरनैल सिंह को हराया था। बाहरी दिल्ली के जाट बहुल ग्रामीण इलाकों में प्रवेश वर्मा की मजबूत पकड़ बताई जाती है।

पांच साल में चार करोड़ बढ़ी संपत्ति

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पश्चिमी दिल्ली सीट से प्रवेश सिंह वर्मा ने नामांकन के दौरान 92 लाख 49 हजार 679 रुपये की चल और 4 करोड़ 65 लाख अचल संपत्ति का ब्यौरा दिया था। इन पर करीब साढ़े 18 लाख रुपये का लोन और एक कोर्ट केस भी था। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रवेश वर्मा ने 7 करोड़ 75 लाख अचल और 1 करोड़ 90 लाख रुपये बतौर चल संपत्ति घोषित की है। पिछले चुनाव में उन्होंने अपनी पत्नी और बच्चों के नाम कुल चल संपत्ति 89 लाख 85 हजार 782 रुयपे और पत्नी की अचल संपत्ति 4 करोड़ 25 लाख रुपये थी। जबकि इस बार इनकी पत्नी और बच्चों को मिलाकर कुल चल संपत्ति 1 करोड़ 30 लाख रुपये बताई है। प्रवेश वर्मा एमबीए कर चुके हैं। प्रवेश वर्मा और उनकी पत्नी के नाम पर पालम और छावला इलाके में 18 बीघा 17 बिसवा कृषि जमीन है। जबकि मुंडका, मटियाला, पालम और महिपालपुर इलाके में दोनों के नाम छह प्लॉट भी हैं।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट

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Manoj Tiwari-Dilip Pandey-sheila dixit - फोटो : Bharat Rajneeti

उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से आप उम्मीदवार

दिलीप पांडेय- दिलीप पांडेय अन्ना हजारे के एंटी करप्शन मूवमेंट में शामिल थे और आम आदमी पार्टी बनने के बाद वह पार्टी से जुड़ गए। पूर्वी उत्तर प्रदेश के जमानिया में पले बढ़े हैं। दिलीप पांडेय आम आदमी पार्टी की दिल्ली यूनिट के संयोजक होने के साथ ही राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। वह समाजिक कार्यकर्ता और राजनेता होने के साथ ही 'दहलीज पर दिल' नाम की किताब के लेखक भी हैं। वह हांगकांग में आईटी विशेषज्ञ के तौर पर काम कर चुके हैं लेकिन जब उन्होंने अन्ना हजारे के आंदोलन इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बारे में सुना तो वह जनलोकपाल आंदोलन से जुड़ गए और आज भी आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं। पार्टी ने उन्हें 2019 लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर-पूर्वी दिल्ली से टिकट दिया है।

दिलीप पांडेय से अमीर हैं उनकी पत्नी

आप के उत्तर पूर्वी दिल्ली प्रत्याशी दिलीप पांडेय के पास उनकी पत्नी से कम पैसा है। दिलीप के पास कुल 2.24 लाख नकद में है। जबकि 182 ग्राम सोना व 22.5 ग्राम चांदी के साथ उनकी पत्नी के पास 6.44 लाख रुपये की नकदी है। दूसरी तरफ दिलीप किसी तरह की अचल संपत्ति के मालिक नहीं है। लेकिन उनके पत्नी के पास उत्तर प्रदेश के गाजीपुर व गाजियाबाद में दो संपत्तियां हैं। दिलीप पांडेय की पत्नी के पास 44.50 लाख रुपये की अचल संपत्ति है। वहीं, दिलीप पांडेय के खिलाफ एक आपराधिक मामला भी दर्ज है।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार

शीला दीक्षित- शीला दीक्षित पहली बार 1984 में कन्नौज सीट से चुनाव लड़ी थीं। इसके बाद 1998 में वे नई दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं। शीला दीक्षित लगातार तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री बनकर दिल्ली की राजनीति में पंद्रह साल तक सक्रिय रहीं। आम आदमी पार्टी के उदय के बाद विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल से शीला दीक्षित हार गई। 

गहने का शौक नहीं रखतीं शीला दीक्षित

उत्तर-पूर्वी दिल्ली की कांग्रेस प्रत्याशी शीला दीक्षित को गहनों का शौक नहीं है। उनके पास महज 1.56 लाख रुपये की ही ज्वैलरी है। चल संपत्ति दीक्षित के पास 3.4 करोड़ रुपये है तो अचल संपत्ति उनके संपत्ति 1.88 करोड़ रुपये है।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार

मनोज तिवारी- मांगा कुछ नहीं, मिला बहुत कुछ...ये लाइनें कई बार दिल्ली के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी ने भाषण में शामिल कर चुके हैं। भाजपा की विचारधारा से जुड़े अभी इन्हें 6 वर्ष का वक्त ही हुआ है। इसी कार्यकाल में एक बार सांसद और दिल्ली भाजपा की कमान मिलने के साथ साथ पीएम मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का बेहद करीबी माना जाता है। भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी साल 2009 में समाजवादी पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़े थे। दिल्ली में उत्तर पूर्वी सीट को पूर्वांचली बहुल सीट माना जाता है। भाजपा ने 2014 में यहां से मनोज तिवारी को मैदान में उतारा था। उन्होंने आप पार्टी के उम्मीदवार प्रो. आनंद कुमार को करीब सवा लाख से भी ज्यादा वोटों से हराया था।

पांच साल में तीन मुकदमे 

साल 2014 चुनाव के दौरान मनोज तिवारी की चल संपत्ति 6.95 करोड़ रुपये थी, जोकि 2019 में बढ़कर 8 करोड़ 51 लाख रुपये हो चुकी है। 2014 में मनोज तिवारी के पास 12 करोड़ 99 लाख रुपये की अचल संपत्ति थी, जिसमें करीब ढ़ाई करोड़ से ज्यादा की वृद्धि हुई है। नामांकन पत्र में तिवारी ने अपनी अचल संपत्ति 15 करोड़ 76 लाख रुपये घोषित की है। यानि चल और अचल संपत्ति को जोड़कर देखें तो करीब चार करोड़ रुपये से ज्यादा मनोज तिवारी की संपत्ति में वृद्घि हुई है। 2014 में इनके पास ऑडी क्यू7, इनोवो कार, मर्सिडीज, होंडा सिटी और फॉर्चूनर कार थीं, जिनकी वर्तमान में कीमत करीब 54 लाख रुपये के आसपास है। इसके अलावा मनोज तिवारी के नाम पर मुंबई में 3, थाणे में एक, दिल्ली और वाराणसी में दो दो फ्लैट हैं। बीते पांच वर्ष के दौरान मनोज तिवारी के खिलाफ तीन मुकदमे भी दर्ज हुए हैं। इनमें से एक मुकदमा सीलिंग के दौरान एक दुकान पर लगी सीलिंग तोडने का बहुचर्चित मामला भी है।

दक्षिणी दिल्ली सीट

Bijendra kumar ramesh bidhuri raghav chadha
Bijendra kumar ramesh bidhuri raghav chadha

दक्षिणी दिल्ली सीट से आप उम्मीदवार

राघव चड्ढा- राघव आम आदमी पार्टी के सबसे युवा प्रवक्ता होने के साथ ही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। राघव उस टीम का हिस्सा रहे हैं जिसने 2013 दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी का मेनिफेस्टो तैयार किया था। पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष की भूमिका निभाने के बाद उन्हें पार्टी ने कानूनी मामलों से निपटने की भूमिका सौंप दी गई। पार्टी अब उन्हें 2019 लोकसभा चुनाव में दक्षिण दिल्ली से टिकट दे रही है। राघव का मानना है कि राजनीति को उन्होंने नहीं चुना बल्कि राजनीति ने उन्हें चुन लिया। वह कहते हैं, 'आम आदमी पार्टी के जरिए राजनीति में कदम रखने के फैसले से मेरा परिवार काफी सहज था क्योंकि यह उन्हीं विचारधाराओं पर बनी पार्टी है जिसे वो समर्थन करते हैं, यानी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली पार्टी।'

राघव चड्ढा के खाते में 16 लाख

दक्षिणी दिल्ली से आप प्रत्याशी राघव चड्ढा भी लखपति हैं। अलग-अलग बैंक खातों में उन्होंने 16.47 लाख रुपये जमा कर रखे हैं। हालांकि, उनकेपास कोई अचल संपत्ति नहीं है। वहीं, किसी पर कोई देनदारी भी राघव की नहीं है। राघव के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है।

दक्षिणी दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार

विजेंद्र सिंह- हरियाणा पुलिस में डीएसपी पद पर तैनात पेशेवर मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर लिया। कांग्रेस ने उन्हें दक्षिण दिल्ली से अपना उम्मीदवार बनाया है। पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार ने बॉक्सिंग में विजेंद्र की उपलब्धियों के चलते उन्हें सम्मान स्वरूप हरियाणा पुलिस में डीएसपी की पोस्ट दी थी। 2008 में विजेंद्र ने बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद हुड्डा सरकार ने उन्हें एचपीएस बनाया था। 2015 में पेशेवर मुक्केबाज बनने के दौरान भी उनके डीएसपी पद को लेकर विवाद खड़ा हुआ था, लेकिन सरकार ने उन्हें डीएसपी स्पोर्ट्स के पद पर बरकरार रखा। सरकार ने विजेंद्र का पक्ष भी जाना था। गौर रहे कि भारत के सबसे कामयाब बॉक्सरों में शुमार किए विजेंद्र ने अपने एमेच्योर कैरियर को तौबा करते हुए प्रोफेशनल बॉक्सर बनने का फैसला किया था। बॉक्सिंग की अंतरराष्ट्रीय संस्था के नियमों के मुताबिक प्रोफेशनल बॉक्सर बनने के बाद विजेंद्र भारत का प्रतिनिधित्व करने के अयोग्य हो गए थे।

बॉक्सर बिजेंदर करोड़ों के मालिक

दक्षिणी दिल्ली के कांग्रेस प्रत्याशी बॉक्सर बिजेंद्र लखपति उम्मीदवार हैं। वार्षिक कमाई बिजेंद्र की 45.58 लाख रुपये है। चल संपत्ति की बात करें तो उनके पास 375 लाख रुपये है और उनकी पत्नी के पास 37 लाख रुपये है। अचल संपत्ति बॉक्सर के पास 505 लाख रुपये व उनकी पत्नी के नाम पर 315 लाख रुपये है।

दक्षिणी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार

रमेश बिधूड़ी- मौजूदा सांसद रमेश बिधूड़ी दूसरी बार दक्षिणी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। वर्ष 2014 में इन्होंने आप के कर्नल देवेंद्र सहरावत को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। बिधूड़ी तुगलकाबाद क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके हैं। 57 वर्षीय बिधूड़ी को गुर्जर समाज का काफी मजबूत नेता माना जाता है। हालांकि कई बार वह विवादों में भी रहे हैं।

पांच साल में ढाई करोड़ बढ़ी रमेश बिधूड़ी की संपत्ति

दक्षिण दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी वर्तमान में इसी सीट से सांसद भी हैं। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अपनी संपत्ति 10,67,03,204 रुपये घोषित की थी। जबकि इस बार के नामांकन में रमेश बिधूड़ी ने 13.14 करोड़ रुपये बताई है। उनकी संपत्ति में करीब ढ़ाई करोड़ का इजाफा देखने को मिला है। 2014 में उन पर चार केस लंबित थे, जबकि फिलहाल उनके खिलाफ 2 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। 2014 में उन्होंने अपनी पत्नी और बच्चों को मिलाकर चल संपत्ति 21,89,852 और पत्नी की अचल संपत्ति 3.86 करोड़ रुपये घोषित की थी। 2019 में पत्नी की अचल संपत्ति 4.57 करोड़ रुपये हुई है। जबकि पत्नी और बच्चों की चल संपत्ति में बढ़ोत्तरी के साथ 28,74,464 रुपये है। दिलचस्प है कि साल 2008 में तुगलकाबाद विधायक सीट पर जब उन्होंने चुनाव लड़ा तो उस दौरान उन्होंने अपनी कुल संपत्ति करीब 1 करोड़ 42 लाख रुपये घोषित की थी, यानि बीते नौ वर्ष में उनकी संपत्ति में करीब 12 गुना बढ़ोत्तरी हुई है। उस दौरान भी उनके खिलाफ एक केस कोर्ट में विचाराधीन था। इसके बाद 2009 लोकसभा चुनाव में करीब 3 करोड़, 2013 विधानसभा में 15.87 करोड़ रुपये की संपत्ति का ब्यौरा दिया था।

उत्तर-पश्चिम(सुरक्षित) सीट

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उत्तर-पश्चिम(सुरक्षित) सीट से आप उम्मीदवार

गुग्गन सिंह- पार्टी में शामिल होने से पहले बवाना से भारतीय जनता पार्टी के विधायक थे। अब आम आदमी पार्टी उन्हें उत्तर पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा का टिकट दे रही है। 2015 में वह आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी वेद प्रकाश से चुनाव हार गए थे। 2017 में वेद प्रकाश ने आप छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर लिया।

करोड़पति हैं गुग्गन सिंह
आप के उत्तर पश्चिमी दिल्ली के प्रत्याशी गुग्गन सिंह करोड़पति हैं। उनके पास 78 लाख की अचल संपत्ति व 22 लाख रुपये से ज्यादा की चल संपत्ति है। वहीं, उनकी पत्नी के पास 27.86 लाख रुपये की चल संपत्ति है। गुग्गन सिंह पर किसी का कर्ज नहीं है। गुग्गन सिंह के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है।

उत्तर-पश्चिम(सुरक्षित) सीट से कांग्रेस उम्मीदवार

राजेश लिलौठिया- दिल्ली की एकमात्र आरक्षित उत्तर-पश्चिम सीट से उतारा गया है। लिलौठिया प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। पार्टी के केंद्रीय संगठन में सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। 2004-2013 तक विधायक रह चुके हैं। प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

उत्तर-पश्चिम(सुरक्षित) सीट से भाजपा उम्मीदवार

हंस राज हंस- दिल्ली की उत्तर पश्चिमी सीट से दलित नेता उदित राज का टिकट काटकर पंजाबी गायक हंस राज हंस को मैदान में उतारा है। हंस राज हंस का नाम सबसे आखिरी में घोषित किया गया था।

करोड़ों रुपये का आयकर बकाया

भाजपा के ही एक उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनपर करोड़ों रुपये का आयकर बकाया है। आप, कांग्रेस और भाजपा में ये पहले उम्मीदवार हैं, जिन्होंने कर जमा नहीं कराया है। उत्तर पश्चिम सीट से भाजपा प्रत्याशी हंसराज हंस ने नामांकन दाखिल करते वक्त संपत्ति से जुड़ा ब्यौरा दिया। इसमें उन्होंने बताया है कि उन पर 1.97 करोड़ रुपये से ज्यादा का आयकर बकाया है। वहीं उनकी पत्नी रेशम कौर पर 2.57 करोड़ रुपये से ज्यादा की कर देनदारी है। गायक हंसराज हंस ने अपनी चल और अचल संपत्ति मिलाकर 12 करोड़ 92 लाख रुपये बताई है। जबकि उनकी पत्नी के नाम 18.50 लाख रुपये की चल संपत्ति है। हंसराज हंस पर करीब 23 लाख 89 हजार रुपये का कार लोन भी है। 

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