खास बातें
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के बाद सोमवार देर रात भारत लौट आए हैं।
- भारत और अमेरिका के बीच करीबी देख पाकिस्तान बौखला उठा।
- जिसके बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने परमाणु बम तक की धमकी दे दी
- प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान के हवाईक्षेत्र से स्वदेश वापस लौटे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के बाद सोमवार देर रात भारत लौट आए हैं। इस दौरान फ्रांस का बियारेत्ज शहर ऐतिहासिक पलों का गवाह बना। यहां जी-7 सम्मेलन में राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता और बयान ने कूटनीति की नई ऊंचाई को छू लिया।
भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती करीबी देख पाकिस्तान बौखला गया है। जिसके बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने परमाणु बम तक की धमकी दे दी। हालांकि पाकिस्तान की गीदड़ भभकी के बीच प्रधानमंत्री मोदी उसी के हवाईक्षेत्र से स्वदेश वापस लौटे।
प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन की यात्रा पर गुरुवार (22 अगस्त) को रवाना हुए थे। इसी बीच उन्होंने जी-7 सम्मेलन में भी हिस्सा लिया। सम्मेलन से इतर उन्होंने ट्रंप के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कश्मीर मुद्दे पर भी बातचीत हुई। मुलाकात के दौरान भारत ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया कि वह इस मामले में किसी तीसरे देश का हस्तक्षेप नहीं चाहता है।
ट्रंप ने किया मध्यस्थता से इनकार
इस कूटनीतिक कामयाबी का सबसे अहम पक्ष यह है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री के वक्तव्य से बिना किसी किंतु-परंतु के सहमति जताई है। उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता को खारिज कर दिया और कश्मीर को दोनों देश (पाकिस्तान और भारत) का द्विपक्षीय मुद्दा बताया।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे के दौरान वहां के क्राउन प्रिंस ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'अवॉर्ड ऑफ जायद' से सम्मानित किया। उन्होंने भारत और यूएई के संबंधों को ऊंचाई पर पहुंचाने पर जोर दिया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी बहरीन की यात्रा पर भी गए। इस खाड़ी देश में भारत के किसी भी प्रधानमंत्री की ये पहली यात्रा थी। प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान बहरीन ने 250 भारतीय कैदियों की सजा को माफ कर दिया।
बोरिस जॉनसन से मुलाकात
जी-7 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच रक्षा, शिक्षा, सुरक्षा, द्विपक्षीय संबंधों और व्यापार सहित कई प्रमुख मुद्दों पर बात हुई। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड की जीत पर जॉनसन को बधाई भी दी।
जॉनसन से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, "ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ एक लंबी बैठक हुई। इस बैठक में व्यापार, रक्षा और इनोवेशन तथा अन्य मसलों पर चर्चा हुई। भारत और ब्रिटेन के संबंध हमारे नागरिकों को बहुत लाभ पहुंचाते हैं।"
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी ट्वीट किया, "भारत के साथ ब्रिटेन के संबंधों को और मजबूत करने के लिए जी-7 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।"
कौन जीता ट्रंप या मोदी?
सवाल भले ही हल्का लग रहा हो, लेकिन यह सभी को मुस्कराने पर मजबूर कर रहा है। चीन से लौटने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर से जब कश्मीर पर राष्ट्रपति ट्रंप की मध्यस्थता को लेकर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने हल्के अंदाज में मुस्कराते हुए कहा था कि आप लोग राष्ट्रपति ट्रंप को इतनी गंभीरता से लेते हैं? बियारेत्ज की यात्रा के बाद जहां अमेरिकी राष्ट्रपति का कद कश्मीर में मध्यस्थता को लेकर बहुत हल्का नजर आ रहा है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी सफल शिखर नेता की पहचान के तौर पर ट्रेंड कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी प्रधानमंत्री मोदी की काफी सराहना की जा रही थी।